गुरुवार सुबह डीजी कोस्ट गार्ड राजेन्द्र सिंह ने उत्त्तराखण्ड के मुख्यमंत्री त्रिवेंन्द्र सिंह रावत से देहरादून में उनके आवास पर भेंट की। इस मौके पर राजेन्द्र सिंह के साथ उनकी पत्नी उर्मिला सिंह भी मौजूद थी।
एक घण्टे की इस खास मुलाकात में राजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री के साथ राज्य के विषय में कई अहम मुद्दों पर चर्चा की। सबसे पहले राजेन्द्र सिंह ने देहरादून में तटरक्षक बल का भर्ती सेंटर खोलने का प्रस्ताव रखा। जिस पर मुख्यमंत्री ने काफी खुशी जताई। मुख्यमंत्री ने इस संबंध में राज्य सरकार की तरफ से पूरी मदद का भरोसा दिलाया। पिछले कई सालों से कोस्ट गार्ड उत्त्तराखण्ड के दूरदराज इलाकों के युवाओं को तकरक्षक बल में नाविक के रूप में भर्ती करने के लिए राज्य के अलग अलग इलाकों में भर्ती आयोजित करता रहा है। जिसकी वजह से अब तक राज्य के दुर्गम इलाकों के सैकड़ों युवा कोस्ट गार्ड में भर्ती होकर देश की समुद्री सीमा की रक्षा कर रहे हैं।
इसके अलावा डीजी कोस्ट गार्ड और मुख्यमंत्री ने राज्य में बागवानी को बढ़ावा देने पहाड़ी इलाकों में फलदार पेड़ लगाने के मिशन को तेज करने पर भी गहन मंत्रणा की। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री ने राज्य के 13 जिलों में 14 नए पर्यटन केंद्र विकसित करने की भी जानकारी दी। इस सिलसिले में राजेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री त्रिवेंन्द्र रावत को कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
इस मौके पर डीजी कोस्ट गार्ड राजेन्द्र सिंह की पत्नी उर्मिला सिंह ने मुख्यमंत्री को बताया कि कोस्ट दूरदराज के समुद्र तटीय इलाकों और नाविकों की महिलाओं को समय समय पर मल्टी विटामिन की गोलियां देता है। इससे महिलाओं में शारीरिक कमजोरी दूर होती है। इस कार्य को उत्त्तराखण्ड के दुर्गम पहाड़ी इलाकों में भी किया जाना चाहिए क्योंकि यहां भी महिलाएं शारीरिक कमजोरी की शिकार हैं। इस सुझाव पर भी मुख्यमंत्री ने अमल करने का भरोसा दिया।
उत्तराखंड में चकराता के रहने वाले राजेंद्र सिंह 29 दिसंबर, 1980 को सहायक कमांडेंट के रूप में तटरक्षक बल में शामिल हुए। वह बल के उन चुनिंदा अधिकारियों में से एक हैं जिन्होंने बल के सभी जहाजों को सफलता पूर्वक कमांड किया। तटरक्षक बल के 22वें महानिदेशक बनने वाले सिंह तटरक्षक बल के पहले नियमित अधिकारी हैं जो इस पद पर पहुंचे हैं।