शराब के विरोध में आंदोलित महिलाओं ने किया अधिकारियों का घेराव

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रुद्रप्रयाग। मयाली स्थित अंग्रेजी शराब की दुकान के विरोध में आंदोलन कर रही महिलाओं से वार्ता करने पहुंचे आबकारी अधिकारी को महिलाओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। महिलाओं ने आबकारी अधिकारी का घेराव करते हुये चेतावनी दी कि यदि जबरन यहां शराब की दुकान खोली गई तो महिलाएं भूख हड़ताल शुरू कर देंगी। प्रशासन और आबकारी विभाग जान बूझकर ऐसे स्थान पर शराब की दुकान खोलने के प्रयास कर रहा है, जहां से आये दिन हजारों ग्रामीण और छात्र-छात्राएं आवाजाही करती हैं।

दरअसल, विकासखण्ड जखोली के अंतर्गत मयाली में स्थित शराब की दुकान को मयाली बाजार से लगभग एक किमी दूर शिफ्ट किया गया है। दुकान खोलने के विरोध में देवल, खरियाल, लम्वाड़, उदयनगर, मखेत, मयाली आदि की महिलाएं पिछले छह दिनों से धरने पर बैठी हुई हैं। महिलाओं का कहना है कि जिस स्थान पर शराब खोली जा रही है, वहां से ग्रामीण जनता का आवाजाही करने का आम रास्ता है। राजकीय महाविद्यालय जखोली की छात्राएं भी यहीं से आवाजाही करती हैं। ग्रामीण महिलाएं आये दिन यहां से घास के लिये जाती हैं। यदि यहां पर शराब की दुकान खोली जाती है तो महिलाओं एवं छात्राओं का आवाजाही करना मुश्किल हो जायेगा।

महिलाओं ने कहा कि शराब की दुकान का विरोध करने पर शराब माफिया उन्हें धमकी दे रहे हैं। जिस घर में दुकान खोली जा रही है, वह घर सडक़ मात्र से मात्र दस मीटर दूर है और शराब माफिया और आबकारी विभाग उस घर तक जंगल से रास्ता तैयार कर रहे हैं और उसकी दूरी ढाई सौ मीटर दर्शा रहे हैं, जो कि सरासर गलत है। उन्होंने कहा कि जिलाधिकारी ने भी ग्रामीणों का आश्वासन दिया कि यदि दुकान मानकों के अनुसार नहीं होगी तो नहीं खोली जायेगी, लेकिन आबकारी विभाग जबरन मानकों की अनदेखी करके शराब की दुकान खोलने का प्रयास कर रहा है। जिसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।

जिलाधिकारी के निर्देश पर मंगलवार को आबकारी अधिकारी ओंमकार सिंह मौके पर पहुंचे, लेकिन आबकारी अधिकारी को ग्रामीण महिलाओं एवं छात्राओं के भारी विरोध का सामना करना पड़ा। आंदोलित महिलाओं ने उप जिलाधिकारी और तहसीलदार का भी घेराव किया और कहा कि यदि यहां जबरन शराब की दुकान खोली गई तो समस्त गांवों की महिलाएं मयाली-घनसाली-टिहरी मोटरमार्ग पर भूख हड़ताल शुरू कर देंगी। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में शराब की दुकान खुलने से महाविद्यालय, इंटर कॉलेज जाने वाली छात्राओं के साथ ही जंगल में घास काटने जाने वाली महिलाओं को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर शराब की दुकान खोली जा रही है, वहां से मात्र दस मीटर की दूरी पर आम रास्ता है, जहां से आये दिन कई गांवों के हजारों ग्रामीण आवाजाही करते हैं। महिलाओं ने चेतावनी देते हुये कहा कि यदि शीइा्र ही दुकान को नहीं हटाया गया तो महिलाएं भूख हड़ताल शुरू कर देंगी।

इस दौरान महिलाओं ने आबकारी अधिकारी को भी खूब खरी खोटी सुनाई। बाद में ग्रामीणों से वार्ता करने के लिए तहसीलदार जखोली भी पहुंची, लेकिन ग्रामीण महिलाएं नहीं मानी। वहीं आबकारी अधिकारी ओमकार सिंह ने कहा कि मानकों के अनुरूप ही शराब की दुकान खोली जायेगी। शराब की दुकान को लेकर रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंपी जायेगी, इसके बाद ही कोई कार्रवाई की जायेगी।

इस मौके पर ग्राम प्रधान देवल पुष्पा देवी, कांती देवी, ममता देवी, शकुंतला देवी, अंजनी देवी, जगदेश्वरी देवी, बसंती देवी, भारती देवी, सर्वेश्वरी देवी, सविता देवी, शशि देवी, गैंदा देवी, मंगली देवी, अर्चना देवी, दर्शन सिंह, कामेश्वर प्रसाद, विनोद नेगी, अर्जुन नेगी, रूपेश सकलानी, दीपक सकलानी, अरविंद बुटोला, दीपेन्द्र सकलानी, जगदम्बा सकलानी, सीमा देवी, संगीता देवी, रेखा देवी, सुनीता देवी, सरस्वती देवी, अजय सिंह, फूलमाला देवी, देवेश्वर प्रसाद सकलानी, हुकम सिंह, अनिल रावत, केदार प्रकाश, पूर्व प्रधान विनय बुटोला, वीरा देवी, राजी देवी सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।