- उत्तराखंड किसी फिल्म स्टूडियो से कम नहीं
- अधिकारियों को चेताया कि तीन महीने का काम तीन दिन में करें
- जो पवित्र मन से कार्य करना चाहते हैं, उनका होगा सम्मान
- जो नियत समय पर कार्य पूरा नहीं करते हैं वह भी है भ्रष्टाचार की श्रेणी में
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
भीमताल, (नैनीताल): मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि उत्तराखंड में पर्यटन तथा फिल्मों के लिए अपार संभावनाएं हैं। यहां जलवायु समेत वन्य जीवों का आकर्षण हर साल हजारों लोगों को खींच लाता है, जिससे 400-600 करोड़ की आर्थिकी प्राप्त होती है। धार्मिक सहित अन्य स्थलों की मान्यताओं की मर्यादा को संरक्षित करने की आवश्यकता है। साथ ही उन्होंने कहा पूरा उत्तराखंड किसी फिल्म स्टूडियो से कम नहीं है।यहाँ वह सब कुछ है जो एक फिल्म के लिए स्टूडियो में होता है। उन्होंने कहा केवल इस साल ही यहाँ 45 फिल्मों की शूटिंग हुई और कुछ की चल रही है उन्होंने कहा यहाँ कुछ सीरियलों की शूटिंग का कार्य भी चल रहा है। जिससे स्थानीय लोगों को जहाँ रोजगार मिला है वहीँ आस-पास के इलाकों पर भी फिल्म निर्देशकों की नज़र गयी है, जो आने वाले समय में फिल्मों की शूटिंग का केंद्र बनेगी।
साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने भ्रष्टाचार पर चोट करते हुए कहा कि प्रदेश में किसी भी दशा में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने सख्ती कर एक ही वर्ष में 50 भ्रष्टाचारियों को जेल भेजा है। कहा कि भ्रष्टाचार ही सिर्फ एक ऐसी मुहिम है, जिसमें शून्य बजट के साथ सरकार ने करोड़ो रुपये गलत जगह जाने से बचाए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य में भाजपा सरकार आने के बाद एक ही वर्ष में कई भ्रष्टाचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है। जबकि शेष को भी जल्द जेल का रास्ता दिखाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि उत्तराखंड में जितने भी प्रस्ताव टूरिज्म से संबंधित आए उनमें 90 फीसद को क्लीयरेंस मिल चुकी है और यह समय बिलकुल अनुकूल है। उन्होंने निवेशकों का आव्हान करते हुए कहा की अब अवसर है। राजनीतिक स्थिरता है। विकास का दौर है। भ्रष्टाचार को हम जीरो करेंगे तो इन को यहां पर निवेश करने में कोई कठिनाई नहीं आनी चाहिए।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत कंट्री इन में डेस्टिनेशन उत्तराखंड इन्वेस्टर्स समिट 2018 में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे। सीएम ने कहा कि उत्तराखंड के मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र सिंह मोदी गंभीर हैं और जिस तरह से उत्तराखंड की जलवायु है, उसी आधार पर यहां पर टूरिज्म विकसित करने पर सरकार का जोर है। उन्होंने कहा पहाड़ के विभिन्न पर्यटक स्थलों को भी विकसित किए जाने की पहल की जा रही है। इसी क्रम में पहाड़ के 27 नए स्थान विकसित किए जाएंगे। उन्होंने कहा आने वाले समय में संबंधित स्थानों पर मूलभूत सुविधाओं के साथ ही आकर्षण को बढ़ाया जाएगा। संबंधित स्थलों पर रोप-वे समेत अन्य व्यवस्थाएं दुरुस्त की जाएंगी।
उन्होंने कहा उत्तराखंड में मानव संसाधन भी उत्तम किस्म का है। निर्माण में विश्वास टोल इनवेस्टरों को है ही साथ ही साथ यहां की सरकार जो उनको सहयोग कर रही है। उसके प्रति भी वह पूर्ण आश्वस्त हैं। उत्तराखंड में सहयोग की जो प्रथा है, वह यहां के निवेशकों को खूब भाई है। उन्होंने कहा कि इस बैठक के अंतर्गत जो सुझाव सरकार को मिलेंगे उस पर निश्चित ही विचार होगा। पर्यटन के क्षेत्र में भारत में उत्तराखंड दूसरा स्थान रखता है और इसी टूरिज्म को बढ़ाने के लिए सरकार ने गंगा की गोद में टिहरी को विकसित करने के लिए संकल्प लिया है। यही कारण है कि 13 नए स्थानों को खोजा गया है।
उन्होंने कहा यह अलग बात है कि इन को विकसित करने में वर्ष लग जाएंगे पर सरकार पांच स्थानों में 4 अक्टूबर से हवाई कनेक्टिविटी प्रारंभ करने जा रही है, जिसमें अल्मोड़ा व पिथौरागढ़ भी सम्मिलित है। आने वाले समय में 27 स्टेशन ऐसे हैं, जिनको हवाई कनेक्टिविटी से जोड़ा जाएगा। उन्होंने कहा कि हेली सर्विस से इस बार ढाई गुना अधिक रेवेन्यू सरकार को प्राप्त हुआ है, जबकि सरकार ने दिल्ली का किराया काफी कम किया है। इससे पता चलता है कि उत्तराखंड में हर कोई आना चाहता है।
वहीँ मुख्यमंत्री ने भ्रष्टाचार पर अपनी सरकार की जीरो टॉलरेंस की नीति पर साफ तौर पर कहा की सरकार किसी भ्रष्टाचारी को नहीं बख्शेगी। बताया कि आप हमें भ्रष्टाचार के संबंध में सुझाव दें, इसमें तो कोई लागत नहीं आती है, वही अधिकारियों को चेताया कि तीन महीने का काम तीन दिन में करें और कामों में व्यवधान उत्पन्न ना करें। उन्होंने कहा जो पवित्र मन से कार्य करना चाहते हैं, उनका सम्मान है और जो नियत समय पर कार्य पूरा नहीं करते हैं वह भी भ्रष्टाचार की श्रेणी में हैं।
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि उत्तराखंड में जितने भी प्रस्ताव टूरिज्म से संबंधित आए उनमें 90 फीसद को हीरोइंस मिल चुकी है और यह समय बिलकुल अनुकूल है। अवसर है। राजनीतिक स्थिरता है। विकास का दौर है। भ्रष्टाचार को हम जीरो करेंगे तो इन को यहां पर निवेश करने में कोई कठिनाई नहीं आनी चाहिए।
उन्होंने कहा उत्तराखंड में अब तक मेडिकल के क्षेत्र में रुपये के क्षेत्र में अच्छे प्रस्ताव आए हैं, पर सरकार का प्रयास है कि निर्माण के समय शहर की खूबसूरती भी बने रहे। इसलिए सरकार ऐसी तकनीक लाई है, इसमें कम समय में अच्छा कार्य हो। जब लोकल लोग सहभागिता करें, वहीं बताया कि अगली कैबिनेट में पार्किंग और शौचालय को लेकर प्रस्ताव लाया जा रहा है, क्योंकि शौचालय में काम करने वाले लोग नहीं मिल रहे हैं। इसलिए सरकार बीच के आधार पर इस पर कार्य करेगी। मुख्यमंत्री रावत ने कहा कि प्रदेश के पांच नए स्थानों पर हेली सेवा शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि आगामी 4 अक्तूबर से पिथौरागढ़, गौचर, अल्मोड़ा समेत पांच स्थानों पर यह सुविधा शुरू की जानी है। उन्होंने कहा कि लगातार हेली सेवा की मांग बढ़ रही है। देहरादून में वर्तमान में 22 फ्लाइट संचालित हैं। वहीँ हेली सर्विस का रेवन्यू इस वर्ष ढाई गुना बढ़ा है।