दून नगर निगम बोर्ड बैठक में हुआ जमकर हंगामा

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मेयर व अधिकारियों ने छोड़ी बैठक, आये बाहर

देहरादून । नगर निगम बोर्ड की दूसरे दिन हुई बैठक में भी भाजपा व कांग्रेस के पार्षदों ने फिर से सफाई व्यवस्था के मुददे पर हंगामा किया और कहा कि बार-बार पार्षदों को छलने का कार्य किया जा रहा है। भाजपा व कांग्रेस के पार्षदों ने उन्हें सम्मान दिये जाने की मांग के साथ ही सफाई व्यवस्था पर जमकर प्रदर्शन करते हुए धरना दिया और कहा कि लगातार उनकी उपेक्षा की जा रही है जिसे अब सहन नहीं किया जायेगा। वहीं बाद में सभी पार्षद भी वहां से चले गये और बैठक फिर स्थगित हो गई।

नगर निगम बोर्ड की बैठक जैसे ही शुरू हुई तो सफाई व्यवस्था पर चर्चा की जाने लगी और वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी इस पर अपनी सफाई दे रहे थे कि इसी बीच भाजपा के पार्षद भूपेन्द्र कठैत ने इस व्यवस्था पर सवालिया निशान लगाते हुए कहा कि बार बार पार्षदों को सफाई व्यवस्था पर लगातार गुमराह किया जा रहा है और बोर्ड बैठक में इस मुददे को लेकर हर समय एक ही सवाल उठाया जाता है और उसके बाद बोर्ड बैठक को समाप्त कर दिया जाता है। इसी बीच भाजपा की पार्षद अमिता सिंह वेल में पहुंच गइंर् और वहां पर प्रदर्शन कर धरने पर बैठ गईं।

मेयर विनोद चमोली ने उन्हें समझाने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं मानी और इस बीच भाजपा व कांग्रेस के सभ्ी पार्षद वेल में पहुंचकर प्रदर्शन करने लगे। इस अवसर पर पार्षदों ने कहा कि नगर निगम में 70 गाड़ियां है और केवल 35 से 40 वाहन ही सड़कों व वार्डों में दिखाई देते हैं और वर्कशाप में नाम पर धन का दुरूपयोग किया जा रहा है।

हंगामा होने से पूर्व पार्षदों ने कहा कि ऐसे समाचार पत्रों में टैंडर दिये जा रहे है जिनको अधिकांश नहीं पढ़ा जाता है और हिन्दी समाचार पत्रों में कोई टैंडर नहीं दिया जा रहा है। इस पर मेयर विनोद चमोली ने कहा कि जो स्क्रैप का टेंडर दिया गया है वह हिन्दी समाचार पत्रों में भी दिया जाना चाहिए और दो अंग्रेजी के समाचार पत्रों में टेंडर दिया जाना उचित नहीं है, और कबाड़ी अंग्रेजी के समाचार पत्र नहीं पढ़ पाते है। इसके बाद बैठक में पार्षदों को सफाई व्यवस्था पर लगातार गुमराह किया जा रहा है और बोर्ड बैठक में इस मुददे को लेकर हर समय एक ही सवाल उठाया जाता है और उसके बाद बोर्ड बैठक को समाप्त कर दिया जाता है। इस पर बोर्ड बैठक में फिर से हंगामा हुआ और हंगामा इतना बढ़ा कि मेयर बैठक को छोड़कर वहां से चले गये और कुछ देर तक अन्य अधिकारी बैठक कक्ष में ही रहे लेकिन बाद में वह भी वहां से चले गये। इस दौरान पार्षद वहीं धरने पर बैठे रहे और प्रदर्शन करते रहे।

इस अवसर पर पार्षदों ने कहा कि विकास एवं कार्यकारिणी समिति के चुनाव का पूर्ण रूप से बहिष्कार करते हुए बैठक को छोड़कर बाहर आ गये और डिप्टी मेयर बनाये जाने की मांग की। उनका कहना है कि जब समितियों को किसी भी प्रकार का अधिकार नहीं है तो किसी बात के चुनाव कराये जा रहे है। उनका कहना है कि जब तक डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हो जाता तब तक किसी भी प्रकार के चुनाव निगम में नहीं होने दिये जायेंगे।

इस अवसर पर पार्षदों का कहना था कि विकास कार्य नहीं कराये जा रहे है और पार्षदों को उचित सम्मान नहीं दिया जा रहा है यह चिंता का विषय है। उनका कहना है कि जब तक समितियों को अधिकार संपन्न नहीं बनाया जाता तब तक उनका आंदोलन जारी रखा जायेगा। इस अवसर पर हंगामा व प्रदर्शन करने वालों में नीनू सहगल, प्रकाश नेगी, अमिता सिंह, सविता ओबराय, नंदिनी शर्मा, कमली भटट, जगदीश धीमान, अर्जुन सोनकर, रमेश बुटोला, जीवन सिंह, एस एस रावत, दया जोशी, देवेन्द्र सिंह मोंटी, अजय सिंघल सहित अनेक पार्षद मौजूद रहे।