चार किलोमीटर भीतर तक घुसा चीन, घुसपैठ की तीसरी कोशिश

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देहरादून : पिछले साल जुलाई में भी चीन की तरफ से भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास के बाद इस बार फिर चीनी सेना के सैनिक उत्तराखंड के चमोली जिले में बाराहोती गांव में तकरीबन 4 किलोमीटर अंदर उत्तराखंड की सीमा तक घुस आए थे। सूत्रों की मानें तो बाद में भारतीय सेना की दखल के बाद चीनी सैनिकों वहां से वापस होना पड़ा था।

डोकलाम गतिरोध के बाद चीन ने एक बार फिर भारतीय सीमा पर अतिक्रमण करने की कोशिश की है। इस बार चीन की पीपल्स लिबरेशन आर्मी ने उत्तराखंड में सीमा से सटे भारतीय क्षेत्र के साथ छेड़छाड़ की है। न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से बताया है कि बीते महीने अगस्त में चीनी सेना ने कम से कम तीन बार भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया है।

चीनी सेना के सैनिक उत्तराखंड के चमोली जिले में बाराहोती गांव में तकरीबन 4 किलोमीटर अंदर तक घुस आए थे। सूत्रों की मानें तो बाद में भारतीय सेना की दखल के बाद चीनी सैनिकों वहां से वापस होना पड़ा था। चीनी सैनिकों ने 3, 14 और 15 अगस्त को भारतीय सीमा में अतिक्रमण करने की कोशिश की।

पिछले साल जुलाई में भी चीन की तरफ से भारतीय सीमा में घुसने का प्रयास किया गया था। तब चीनी सैनिक बाराहोटी में भारतीय क्षेत्र में एक किलोमीटर तक पहुंच गए थे। 2013 और 2014 में इस क्षेत्र में चीनी सैनिकों की घुसपैठ के साथ-साथ हवाई गश्त की भी खबरें सामने आई थी।

लाइन ऑफ एक्चुअल कंट्रोल से जुड़े अपराधों पर जनरल कमांडर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी) उत्तरी कमान, लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने इस साल के शुरुआत में कहा था कि ऐसी घटनाएं उन क्षेत्रों में होती हैं जहां हमारे पास वास्तविक नियंत्रण रेखा की अलग धारणा है, इन क्षेत्रों में भारत और चीन के पास अच्छी तरह से स्थापित तंत्र हैं।

एलएसी भारत और चीन के बीच 4,057 किलोमीटर की सीमा है जहां ग्लेशियर्स, बर्फ के रेगिस्तान, पहाड़ों और नदियां हैं। गौतलब हो कि पिछले साल सिक्किम और भूटान की सीमा पर डोकलाम में भी चीनी सैनिकों ने कई महीनों तक डेरा जमाए रखा था। इस पर भारत ने विरोध जताया था और करीब 70 दिनों तक दोनों देशों के सैनिक आमने-सामने थे।