शहीद प्रदीप रावत को हज़ारों नम आंखों ने दी अंतिम विदाई

0
835

देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

ऋषिकेश : भारत माता के वीर सपूत प्रदीप रावत ने मातृभूमि के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले कश्मीर के उरी सेक्टर में शहीद हुए अपर गंगा नगर ऋषिकेश निवासी प्रदीप रावत को मुनिकीरेती पूर्णानंद घाट पर सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई। शहीद को उनके चचेरे भाई कुलदीप सिंह रावत ने मुखाग्नि दी, वहीं 123 लाइट रेजीमेंट के जवानों ने शहीद को सशस्त्र सलामी दी। ब्रिगेडियर बीएम चौधरी, कर्नल राहुल कुमार मिश्रा ने सेना की ओर से पुष्पचक्र अर्पित किया। इससे पहले बीते दिन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत ने जॉलीग्रांट हवाई अड्डे पर शहीद को पुष्पचक्र भेंटकर श्रद्धांजलि भेंट की थी।  वहीं मंगलवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट, कबीना मंत्री सुबोध उनियाल, तहसीलदार नरेंद्र नगर ने सरकार व शासन की ओर से उन्हें पुष्पचक्र अर्पित किए। शहीद की अंतिम यात्रा में दो माह पूर्व शहीद हुए विकास गुरूंग के पिता रमेश गुरुंग ने भी शहीद को श्रद्धांजलि अर्पित की।

रविवार को जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में एक सैन्य अभियान के दौरान चौथी गढ़वाल राइफल के राइफलमैन प्रदीप रावत दुश्मन की ओर से बिछाई गई बारूदी सुरंग के विस्फोट में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। बाद में सैन्य चिकित्सालय में उन्होंने अंतिम सांस ली। सोमवार शाम छह बजे शहीद प्रदीप रावत का पार्थिव शरीर उनके आवास पर पहुंचा। इससे पहले ही बड़ी संख्या में लोग शहीद के अंतिम दर्शन को उनके घर पर पहुंच गए थे।

इससे पहले मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सोमवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर भारतीय सेना के शहीद जवान प्रदीप सिंह रावत के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मुख्यमंत्री ने दिवंगत की आत्मा की शांति एवं दु:ख की इस घड़ी में उनके परिवारजनों को धैर्य प्रदान करने की ईश्वर से कामना की है। उन्होंने कहा कि शहीद प्रदीप रावत के परिवार के एक आश्रित को शैक्षिक योग्यता के आधार पर राजकीय सेवा में नियुक्ति दी जाएगी। 

जैसे ही सेना का वाहन शांति नगर स्थित परशुराम चौक पर पहुंचा, यहां जमा लोगों ने सेना के वाहन के साथ काफिला बनाकर नारे लगाते हुए उनके आवास तक पहुंचे। शहीद प्रदीप रावत अमर रहे.., भारत माता की जय.. के नारों से पूरा क्षेत्र गूंज उठा। गली नंबर आठ में स्थित आवास पर जैसे ही तिरंगे में लिपटे ताबूत में शहीद का पार्थिव शरीर पहुंचा परिजनों में कोहराम मच गया। सगे-संबंधियों ने किसी तरह परिजनों को ढांढस बंधाया।परिजनों का करुण विलाप सुनकर यहां मौजूद लोगों की भी आंखें भर आई। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, काबीना मंत्री सुबोध उनियाल ने भी शहीद के घर पर पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी।