अधिकारी निर्माण कार्यों का स्थलीय निरीक्षण करेंः धन सिंह रावत

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ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को ध्यान में रखकर जिला योजना में हो उसका प्राविधान : अजय 

अल्मोड़ा । जिला योजना अन्तर्गत स्वीकृत धनराशि से निर्माण कार्यों में तेजी लाने के साथ ही साथ कार्यों में गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखना होगा इस सम्बन्ध में लापरवाही किसी भी स्तर पर बर्दाश्त नहीं होगी। यह बात जनपद के प्रभारी मंत्री एवं उच्च शिक्षा, सहकारिता राज्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने विकास भवन में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में कही।

उन्होंने कहा कि जनपद में जहॉ पर भी निर्माण कार्य हो रहे है उसका स्थलीय निरीक्षण मेरे द्वारा समय-समय पर स्वंय किया जायेगा इसके साथ ही जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी प्रत्येक माह जनपद के सभी क्षेत्रों में भ्रमण कर निमार्ण कार्यों का औचक निरीक्षण करेंगे। प्रभारी मंत्री ने कहा कि इस बार जिला योजना में चालू योजनाओं को ही महत्व दिया जा रहा है। नये कार्यों को जिला योजना में नहीं रखा जायेगा जब तक पुराने कार्य पूर्ण नहीं होंगे तब तक नये कार्यों को रखना औचित्यपूर्ण नहीं होगा। जिला योजना की संरचना बनाते समय अधिकारियों को इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल, बिजली, स्वास्थ्य, सड़क, शिक्षा जैसी मूलभूत आवश्यकताओं को उसमें समावेश करना होगा तभी हमारी विकेन्द्रीकरण की परिकल्पना साकार होगी।

प्रभारी मंत्री ने कहा कि हमें शिक्षा की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने जिला योजना की संरचना के बारे में सभी विभागों के अधिकारियों के साथ विस्तृत वार्ता की। इस बैठक में उन्होंने कहा ि कवे जिला योजना समिति के सदस्यों के साथ पृथक से वार्ता करेंगे और प्रत्येक न्याय पंचायत स्तर से बहुउद्देशीय कैम्प लगाकर लोगों की समस्या सुनेंगे इसके साथ ही जनपद में दस दिन तक भ्रमण पर रह कर लोगों की समस्या को सुनेंगे। बैठक में आगामी वित्त वर्ष 2017-18 हेतु 52.49 लाख रूपये का परिव्यय रखे जाने पर सहमति बनी और कहा कि योजना तभी सम्मिलित होगी जब सदस्यों के साथ व्यापक विचार विर्मश होगा। उन्होंने सभी अधिकारियों से अपने विभाग से सम्बन्धित अद्यतन जानकारी रखने के निर्देश दिये। 

प्रभारी मंत्री ने जनपद में पेयजल समस्या से निपटने के लिए जल संरक्षण व जल संवर्द्धन के कार्यों को प्राथमिकता देने के साथ ही चाल-खाल निर्माण पर भी प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जनपद की पेयजल समस्या से निपटने के लिए शासन कटिबद्व है। नगरीय पेयजल समस्या को दूर करने के लिए शासन द्वारा कोसी बैराज में पम्प लगाने हेतु टोकन मनी स्वीकृत कर दी है। शीघ्र ही अन्य धनराशि को प्राथमिकता से स्वीकृत कराने का प्रयास किया जायेगा।

उन्होंने कहा कि जनपद में पलायन को रोकने के लिए वन विभाग, उद्यान, कृषि, पर्यटन, मत्स्य पालन, दुग्ध पालन, पशुपालन, रेशम पालन से जुड़े अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर ठोस कार्य योजना तैयार करेंगे जिससे गॉवों से पलायन रूक सके इसके लिए महिला स्वयं सहायता समूहों को हमें प्रोत्साहित करना होगा। उन्होंने कहा कि जनपद में पर्यटन की अपार सम्भावनाओं को देखते हुए पर्यटन विभाग के अधिकारियों को होम स्टे योजना के साथ ही अन्य योजनाओं से युवाओं को जोड़ना होगा साथ ही नये ट्रेकिंग रूटो का चयन करना होगा ताकि अधिकाधिक लोग पर्यटन का लुफ्त ले सकें।

कृषि व उद्यान विभाग से जुड़े अधिकारियों को फ्लोरीकल्चर के साथ ही बेमौसमी सब्जी के उत्पादन को बढ़ावा देना होगा। उन्होंने कहा कि हमें इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि उनसे उत्पादित माल के विपणन के लिए भी एक कार्य योजना तैयार करनी होगी ताकि उन्हें नजदीक में ही विपणन की सुविधा सुलभ हो सके। काश्तकारों को समय पर बीज उपलब्ध हो सके इसका भी ध्यान रखना होगा। वन विभाग के अधिकारियों को विभिन्न जगहो पर बने विश्राम गृहों को आधुनिक तरीके से सुसज्जित करना होगा तथा वनों में फलदार पौधों के रोपण को प्राथमिकता देनी होगी।

उन्होंने यह भी निर्देश अधिकारियों को दिये कि ग्रामीण क्षेत्रों का अधिकाधिक भ्रमण कर लोगो कि समस्याओं का निदान मौके पर ही किया जाय। लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि सड़कों के निर्माण में तेजी लाने के साथ-साथ वन भूमि हस्तान्तरण के मामलों पर विशेष ध्यान देना होगा। नगर की यातायात व्यवस्था को और अधिक सुव्यवस्थित करने के लिए हमें नये रोडो के निर्माण में तेजी लानी होगी ताकि शहर में वाहनो का दवाब कम हो सके। प्रभारी मंत्री ने इस अवसर पर रिक्त शिक्षिकों के पदों, रिक्त चिकित्सकों के पदों सहित सभी विभागों में रिक्त पदों की जानकारी प्राप्त की और कहा क प्रत्येक अधिकारी अद्यतन सूचना अपने पास रखें।

उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार  को मिटाने के लिये हम सभी को मिलकर कार्य करना होगा। साथ ही नई कार्य संस्कृति को बढावा देना होगा। इस बैठक में केन्द्रीय कपड़ा राज्य मंत्री  अजय टम्टा, विधानसभा उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह चौहान, विधायक द्वाराहाट महेश नेगी ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को ध्यान में रखकर जिला योजना में उसका प्राविधान रखना होगा तभी हमें सही मायने में इसका लाभ मिलेगा।

विधायक रानीखेत करन महरा ने धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये द्वाराहाट तहसील के बग्वालीपोखर क्षेत्र में स्थिति पूज्य सुखदेव जी की तपोस्थली को विकासित करने की बात कही। इस अवसर पर अनेक जिला पंचायत सदस्यों ने अपनी बात रखते हुये कहा कि जिला योजना के सदस्यों की योजनाओं को जिला योजना में प्राथमिकता से सम्मिलित किया जाय।

जिलाधिकारी सविन बंसल ने विगत वर्ष कि जो जिला योजना हेतु धनराशि स्वीकृत हुई थी उसकी जानकारी देते हुये कहा कि शासन से प्राप्त शासनादेशों से अवगत कराया और आश्वस्त किया कि सभी जनप्रतिनिधियों की भावनाओं का सम्मान किया जायेगा। मुख्य विकास अधिकारी जे.एस. नगन्याल ने प्रभारी मंत्री का स्वागत करते हुये सभी सैक्टर जानकारी दी।

इस बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष पार्वती महरा, नगर पालिका अध्यक्ष प्रकाश चन्द्र जोशी, नगर पंचायत अध्यक्ष द्वाराहाट बिमला शाह, भाजपा के जिला अध्यक्ष ललित लटवाल, ब्लाक प्रमुख हवालबाग सूरल सिरड़ी, ताकुला दीपक बोरा, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दलीप सिंह कुॅवर, जिला विकास अधिकारी मो. असलम, उपजिलाधिकारी सदर विवेक राय, जिला अर्थ एवं संख्याधिकारी जी.एस. कालाकोटी सहित जिला योजना समिति के सदस्य व जनपद स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।