देहरादून । जनक्रांति स्वराज मोर्चा के प्रदेश सचिव गंभीर सिंह चैहान ने कहा है कि अशोक आश्रम विद्यालय चिलीयो व बालिका आश्रम विद्यालय कालसी को वार्षिक परीक्षा सम्पन्न होने के पश्चात 31 मार्च को बन्द कर दिए जायेगा का नोटिस अभिभावकों को दे दिया गया है। उनका कहना है कि इस मामले का पुरजोर विरोध किया जायेगा और इसके लिए जनता को साथ लेकर आंदोलन किया जायेगा।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि पूर्व में भी पता चला की उक्त विद्यालय बंदी के कगार पर है जिसमें प्रबंधक समिति ने बिना प्रयासों के विद्यालय के बालिकाओं के अभिभावकों, शिक्षकों एवं कर्मचारियों को 31 मार्च से बंदी का नोटिस जारी किये है कि इस सत्रा के पश्चात कोई सत्रा नहीं चलेगा, जबकि प्रबंधक समिति यदि उक्त विद्यालयों को संचालित करने में असमर्थ थी तो बैठक बुलाकार नव निर्वाचित समिति गठित की जानी चाहिए थी जिसमें उक्त विद्यालय आगे भी संचालित होते रहते है। उनका कहना है कि केन्द्र सरकार व राज्य सरकार द्वारा उक्त विद्यालयों को संचालित करने हेतु अनुदान मिलता था जो कि विगत दो वर्षों से बंद कर दिया गया है। उनका कहना है कि जिसके कारण समस्यायें बनी हुई है और केन्द्र व राज्य सरकार को इन विद्यालयों को अपने अधीन करना चाहिए, जिससे यह वर्षों पुराने विद्यालय बंदी के कगार होने से बच सके।
उनका कहना है कि आश्रम चिलीयो व कालसी दोनों विद्यालयों में 300 से अध्कि छात्राए अध्ययनरत हैं, जिनका भविष्य चैपट होने की कगार पर है। उनका कहना है कि परेशानी यह है कि जनजातीय मंत्रालय भारत सरकार द्वारा वार्षिक अनुदान विगत दो-तीन वर्षो से स्वीकृत नहीं किया जा रहा है। यह विद्यालय शत प्रतिशत केंद्रीय वित्तीय सहायता से संचालित होते है।
उनका कहना है कि सम्भवतः भविष्य में सरकार पूरे देश में इन विद्यालयों को बन्द करना चहाती है और चकराता ब्लाॅक में चकराता राजकीय प्राथमिक विद्यालय में बच्चों को मिड डे मील न मिलने जैसी समस्याओं के निराकरण करने की आवश्यकता है। उनका कहना है कि एक तरपफ प्रधनमंत्राी बेटी बचाओ बेटी पढाओ कार्यव्रफम को बढावा दे रहे है और दूसरी ओर बालिका विद्यालय को जबरदस्ती बंद कराने का प्रयास किया जा रहा है जिसका पुरजोर तरीके से विरोध् किया जायेगा और जरूरत पडी तो इसके लिए जनांदोलन चलाया जायेगा जिससे वह पीछे नहीं हटेंगें।
इस अवसर पर संगठन के प्रवक्ता गजेन्द्र जोशी, अनूप नौटियाल, विजय तोमर, विपिन जोशी, शूरवीर सिंह चैहान, स्वराज चैहान, अतर सिंह, सरदार सिंह, रामवीर कलूडा, महेश भटट, राजेश चैहान, सुरेन्द्र सिंह, सतपाल चैहान, शंकर सिंह भाटिया आदि मौजूद रहे।