उत्तराखंड में आये भूकंप पर उड़ाया प्रधानमंत्री ने मजाकः सुरजेवाला

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देहरादून । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया प्रभारी रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखंड की त्रासदी का मजाक उडाना मोदी के घमंड व भाजपाई अहंकार की पराकाष्ठा है। उन्होंने कहा कि संसद में देवभूमि उत्तराखंड में आये भूकंप का मजाक उडा नरेन्द्र मोदी ने उत्तराखंड की देवभूमि के अलौकिक, दैवीय एवं आध्यात्मिक प्रताप को चुनौती दी है। उन्होंने उत्तराखंड की जनता से प्रधानमंत्री व भाजपा से माफी मांगने की मांग की है।

यहां राजीव भवन कांग्रेस भवन में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उनका कहना था कि प्रधानमंत्राी द्वारा उत्तराखंड में भूकंप की कामना कर तालियां बजाना शर्मनाक है। उनका कहना था कि बदरीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री जैसे चारो धामों के दर्शनों से तो असीम सुखी की अनुभूति और कष्टों की काट होती है, परन्तु मोदी देवभूमि में आये भूकंप का उपहास उडा रहे हंै। उनका कहना है कि कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने व्यक्तिगत भ्रष्टाचार के आरोपों को उजागर करते हुए भाजपा मेें राजनैतिक भूकंप की बात कही और दूसरी ओर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस आड में उत्तराखंड की पावन भूमि के लिए ऐसी कुचेष्टा करने का दुस्साहस दिखाया। मोदी को देश और उत्तराखंड के लोगों से सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए।

उनका कहना है कि मोदी सरकार का एक ही स्वभाव उत्तराखंड से लगातार भेदभाव किया जा रहा है और उत्तराखंड के विकास को लेकर एक सोची समझी बदनीयत, भेदभाव की नीति व पक्षपातपूर्ण रवैया भाजपा की केन्द्र सरकार का चाल, चेहरा और चरित्र बन गया है इसके अनेकों उदाहरण भी है और सबूत भी हंै। उनका कहना है कि मोदी सरकार ने उत्तराखंड को मिलने वाले संसाधनों में 3500 करोड़ रूपये की कटौती कर डाली है।

उनका कहना है कि उत्तराखंड की औद्योगिक इकाईयों को मिलने वाली केन्द्रीय सरकार के सहायता राशि को 4445 लाख सालाना से घटाकर 227 लाख कर दिया है और मोदी सरकार ने उत्तराखंड व हिमाचल प्रदेश के पहाडी राज्यों को कांग्रेस सरकार द्वारा दी गई स्पेशल पैकेज स्कीम को 31 मार्च 2017 से बंद करने की तैयार भी कर डाली है और यह तथ्य मोदी सरकार में उद्योग व वाणिज्य मंत्री के संसद में दिये गये गत वर्ष सात दिसम्बर को सांसद बी सी खंडूरी के जवाब में दिये गये हैं। उनका कहना है कि बार्डर एरिया डेवलपमेंट प्रोग्राम में उत्तराखंड के चीन की सीमा से सटे जिलों को मिलने वाली केन्द्रीय सहायता राशि को भी 120 प्रतिशत तक कम कर दिया गया है यानि 4651 लाख रूपये सालाना से घटाकर 2119 लाख रूपये सालाना कर दिया गया है और भाजपा सरकार व प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पक्षपात अपनाते हुए हरिद्वार में आयोजित ऐतिहासिक अर्द्धकुंभ मेले के के लिए कोई केन्द्रीय सहायता नहीं दी जबकि इसके विपरित वर्ष 2010 में हरिद्वार में आयोजित महाकंुभ मेले के लिए तत्कालीन केन्द्रीय कांग्रेस सरकार ने 565 करोड रूपये की आर्थिक सहायता उस समय की भाजपा की डा. रमेश पोखरियाल निशंक सरकार को दी थी, यह मानक दोनों दलों की प्रतिबद्धता और असलियत को दर्शाता है।
उनका कहना है कि नमामी गंगे योजना में आज तक केन्द्र की मोदी सरकार ने उत्तराखंड की कांग्रेस सरकार को कोई राशि आवंटित नहीं की है और शायद यही कारण रहा कि चैबीस घंटे पहले ही छह फरवरी 2017 को राष्टन्न्ीय ग्रीन टन्न्ाईब्यूनल ने मोदी सरकार को कडी फटकार लगाते हुए कहा कि आज तक गंगा नदी का एक बूंद पानी भी साफ नहीं हो पाया है व सरकारी एजेंसियां केवल लोगों का पैसा बर्बाद कर रही है और सुप्रीम कोर्ट ने भी मोदी सरकार के गंगा सफाई अभियान पर कहा था कि इस प्रकार से गंगा की सफाई में दो सौ वर्ष लगेंगे।

उनका कहना है कि उत्तराखंड का 65 प्रतिशत हिस्स वन क्षेत्रा है और मुख्यमंत्राी हरीश रावत द्वारा बार बार उठाई मांग के बावजूद मोदी सरकार उत्तराखंड को 2000 करोड रूपये का ग्रीन बोनस नहीं दे रही है और यही स्थिति अन्य केन्द्रीय स्कीमों की है।

उनका कहना है कि महंगाई की मार, बेरोजगारी भरमार है और मोदी सरकार ने हर साल दो करोड युवाओं को रोजगार देने का वायदा किया था लेकिन आज मात्र एक लाख पैतीस हजार नौकरियां दी गई है और केवल नोटबंदी के तुगलकी फैसले के चलते अब तक पचास लाख देशवासी बेरोजगार हो चुके है। मोदी सरकार नित नये टैक्स लगाकर अंधाधुंध पैसा बटोरने में जुटी है। इसका सबसे ज्वलंत उदाहरण पेटन्न्ोल और डीजल की कीमतें हंै। 30 महीने में डीजल पर एक्साईज डयूटी 3.56 रूपये प्रति लीटर से बढाकर 17.33 रूपये प्रति लीटर व पेटन्न्ोल पर एक्साईज डयूटी 9.48 रूपये प्रति लीटर से बढाकर 21.48 रूपये प्रति लीटर कर डाली है। इस प्रकार एक लाख बावन हजार करोड अतिरिक्त रूपये तो डीजल व पेटन्न्ोल से वसूला गया है और इसी प्रकार सैस से दो लाख 28 हजार करोड रूपये वसूला गया है।

उनका कहना है कि अब भाजपा भगोडा जुटावु पार्टी बन गई है और उत्तराखंड व अरूणाचल प्रदेश में जो लोकतंत्र की हत्या करने का काम किया है अब उसी तर्ज पर तमिलनाडु में राज्यपाल से मिलकर वहां पर भी राष्टन्न्पति शासन लगाने का काम कर रही है यहां पर भाजपा व मोदी सरकार को मुंह की खानी पडेगी, जनता ने जिस दल को जनमत दिया है उस सरकार को चलने देना चाहिए। उनका दावा है कि प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार सत्तासीन होगी और विकास को और अधिक बढावा दिया जायेगा और पंजाब की तर्ज पर यहां पर नशे के कारोबार को बंद करने का काम किया जायेगा। उन्होंने भाजपा से छह सवाल किये और उनके जवाब भी मांगे। इस अवसर पर पार्टी की राष्टन्न्ीय प्रवक्ता सुश्री शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर वार्ता में राजीव त्यागी, प्रमोद कुमार सिंह, मथुरादत्त जोशी, लालचन्द शर्मा, बीरेन्द्र पोखरियाल, डा. आर पी रतूडी, मोहन काला आदि मौजूद थे।