वामपंथी शासन की शह पर केरल में खुले आम हत्या के विरोध में होगा धरना प्रदर्शन

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देहरादून : केरल में हो रहे राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों की वामपंथी शासन की शह पर खुले आम हत्या हो रही है। इसके विरोध में सभी राष्ट्रवादी विचारधारा के लोगों का आह्वान कर लोक अधिकार मंच आगामी 25 अप्रैल को 10 बजे , लैंसडाउन चौक निकट परेड ग्राउंड स्थित मैदान में धरना प्रदर्शन करेगा।

शनिवार को लोक अधिकार मंच देहरादून द्वारा विश्व संवाद केंद्र में पत्रकार वार्ता को सम्बोधित करते हुए लोक अधिकार मंच के संरक्षक शशिकान्त दीक्षित ने कहा कि केरल भगवान की धरती है, परन्तु आज केरल देशभक्तों की हत्याओं से दुखी है। ये हत्याएं वामपंथी शासन की शह पर खुलेआम हो रही है। मुख्य रूप से इनके शिकार हो रहे हैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता।

दीक्षित ने कहा कि केरल में संघ कार्य 1942 में शुरू हुआ जो राष्ट्रवादी विचार धारा से ओत-प्रोत है, वहां पर संघ कार्य बढ़ा और साथ ही वामपंथी लोग विशेष रूप से माक्र्सवादी परेशान होने लगे। इसके फल स्वरूप संघ शाखा में खेलते और व्यायाम करते स्वसंसेवकों पर सशस्त्र हमले किये गये। यही नही काम-धंधों में लगे कार्यकर्ताओं की निर्मम हत्याएं की गयी और माक्र्सवादियों का गढ़ जिला ‘कन्नूर’ इससे सर्वाधिक प्रभावित है।

श्री दीक्षित ने बताया कि संघ के प्रेमपूर्ण व्यवहार और राष्ट्रवादी सोच के फल स्वरूप वामपंथी संघ में आने लगे इससे बौखलाकर वामपंथी वही गन्दे हथकडें अपनाने लगे, जिससे उन्होंने रूस, चीन आदि में तानाशाही स्थापित की थी। वामपंथी नेतृत्व की शह पर केरल में अब तक 250 होनहार कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं और माक्र्सवादी शासन में ये हत्याएं बढ़ जाती हैं। गृह मंत्रालय उनके पास होने से थाने ही हत्यारों के ठिकाने बन जाते हैं, पिछले चुनाव में वामपंथियों की जीत से भी यही हुआ है।

शासन की शह पर हो रहे इन हमलों के विरोध में आज सारा देश एकजुट हो कर विरोध कर रहा है। समस्त शांति-प्रिय लोगों के मन में रोष है। महामहिम राष्ट्रपति महोदय एवं माननीय प्रधानमंत्री जी को माननीय राज्यपाल महोदय के माध्यम से ज्ञापन देकर इन अत्याचारों पर रोक लगवाने की मांग की जायेगी l

वार्ता का संचालन लोक अधिकर मंच के संयोजक हिमांशु अग्रवाल किया और कहा कि लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले समाज से हमारा आग्रह है कि ऐसी विचारधारा एवं कुकृत्य का मुखर विरोध करें, और हम सभी सामाजिक संगठनों एवं जनता से अपील करते हैं कि इस धरने में सहभागिता कर लोकतन्त्र को शक्ति प्रदान करें।

वार्ता के अवसर पर विश्व संवाद केन्द्र के निदेशक विजय कुमार उपस्थित थे।