नरभक्षी बाघ के शिकार का 92 साल बाद खुला राज

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ऑलिव ने आखिरी गोली से किया था नरभक्षी का  शिकार

नैनीताल। उत्तराखंड में कॉर्बेट नेशनल पार्क और आसपास के जंगलों में वन्यजीवों, खासकर नरभक्षी बाघों के शिकार के कई किस्से-कहानियां मशहूर हैं। जिम कॉर्बेट ब्रिटिश दौर के बड़े शिकारी माने जाते हैं। उसी अवधि में हल्द्वानी वन प्रभाग के ब्रिटिश डीएफओ ईए स्माइथिस और उनकी पत्नी ऑलिव ने भी एक नरभक्षी बाघ का शिकार किया था। स्माइथिस-ऑलिव की उस बहादुरी की याद में जौलासाल में एक स्मारक भी बना है।

लेकिन वर्ष 1925 में हुई इस घटना का ऐसा कोई लिखित प्रामाणिक दस्तावेज वन विभाग के पास मौजूद नहीं था। अब 92 साल बाद लंदन की एक लाइब्रेरी में स्माइथिस की 1936 में लिखी किताब ‘अ टाइगर दैट क्लाइंब्ड अ ट्री और ऑलिव की 1953 में लिखी किताब ‘टाइगर लेडी होने की जानकारी वन विभाग को मिली है। दोनों किताबों में उस रात का पूरा वर्णन है, जब नरभक्षी मारा गया। अब हल्द्वानी वन प्रभाग इन किताबों को लंदन से मंगाने की तैयारी में है। इन्हें नंधौर वन्यजीव अभ्यारण्य के संग्रहालय में रखा जाएगा।

डीएफओ हल्द्वानी डॉ. चन्द्रशेखर सनवाल ने बताया कि ईए स्माइथिस 1920-21 और 1924 से 1926 के बीच हल्द्वानी डीएफओ थे। नरभक्षी बाघ के खात्मे के बाद जौलासाल स्थित वन विश्रामगृह में दंपति की बहादुरी पर स्मृतिस्तंभ लगाया गया था। ‘टाइगर लेडी किताब में प्रकाशित फोटो मिल गये हैं। घटना से संबंधित अभिलेख-चित्र लंदन से मंगाकर नंधौर संग्रहालय में रखे जाएंगे।

डॉ. सनवाल बताते हैं कि वर्ष 1925 में हल्द्वानी और आसपास नरभक्षी बाघ का आतंक था। कई शिकारियों के नाकाम रहने पर स्माइथिस दंपति ने खुद ही शिकार करने का इरादा किया। तीस दिसंबर 1925 शिकार की रात जौलासाल के जंगल में एक पेड़ पर स्माइथिस दंपति मचान पर बंदूकें लेकर बैठा था। देर रात नरभक्षी उस पेड़ के नीचे आ गया। पति-पत्नी ने गोली चलाना शुरू किया तो गुस्साया नरभक्षी पेड़ पर चढऩे लगा। वह मचान के बिल्कुल नजदीक आ पहुंचा। इससे पहले कि वह झपट्टा मारता स्माइथिस ने उस पर गोली चला दी। गोली बाघ के पंजे को चीरती निकल गई और वह नीचे जा गिरा। इसी बीच मचान भी टूट गई और पति-पत्नी भी नीचे जा गिरे।

किताब में बताया गया है कि किस तरह महज कुछ फीट दूरी पर खड़े, गुर्राते और हमला करने को तैयार आदमखोर को देख स्माइथिस दंपति की रूह कांप उठी थी। जख्मी बाघ ताकत जुटाकर ज्यों ही हवा में उछला, ऑलिव ने उस पर सधा निशाना झोंक दिया। तेज दहाड़ के साथ बाघ वहीं ढेर हो गया।