नव निर्वाचित विधायकों ने ली शपथ

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बाकि सब ली हिंदी में शपथ तो दो ने ली संस्कृत में शपथ 

देहरादून  : उत्तराखंड की विधानसभा के लिए निर्वाचित 70 में से 68 विधायकों ने मंगलवार को पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। प्रोटेम स्पीकर के रूप में वर‌िष्ठ व‌िधायक हरबंश कपूर एक द‌िन पहले ही शपथ ले चुके हैं। विधानसभा के प्रोटेम स्पीकर हरबंस कपूर ने उन्हें बारी-बारी से शपथ दिलाई। कांग्रेस की वरिष्ठ विधायक डॉ. इंदिरा हृदयेश को छोड़कर बाकी सभी विधायकों ने शपथ ग्रहण की।

विलंब से पहुंचे भाजपा विधायक पुष्कर धामी ने प्रोटेम स्पीकर के चेंबर में शपथ ली। दो विधायकों ने संस्कृत में शपथ ली। मंगलवार को सुबह से ही विधानमंडल भवन में गहमाहमी शुरू हो गई थी। कड़े सुरक्षा पहरे के बीच नव निर्वाचित विधायक विधानसभा में दाखिल हुए।

सुबह ठीक 11 बजे विधानमंडल भवन के सभागार में शपथग्रहण आरंभ हुआ। सदन की कार्यवाही राष्ट्रगान से शुरू हुई। शपथग्रहण शुरू होने से पूर्व दो मिनट का मौन रखा गया। प्रोटेम स्पीकर हरबंस कपूर ने सबसे पहले नेता सदन त्रिवेंद्र सिंह रावत को शपथ दिलाई।

उनके बाद कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज, प्रकाश पंत, डॉ. हरक सिंह रावत, मदन कौशिक, यशपाल आर्य, अरविंद पांडेय, सुबोध उनियाल और राज्यमंत्री रेखा आर्य व डॉ. धन सिंह रावत ने शपथ ली। उनके बाद महिला विधायकों को शपथ दिलाई गई।

तीर्थनगरी ऋषिकेश के विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने संस्कृत में शपथ ग्रहण की। संस्कृत में शपथ लेने वाले दूसरे रूद्रप्रयाग के विधायक भरत सिंह चौधरी रहे। दोनों विधायकों के संस्कृत में शपथ लेने पर ट्रेजरी बेंच ने मेजें थपथपा कर प्रसन्नता जाहिर की।

पिता-पुत्र भी और भाई-बहन
शपथग्रहण समारोह के दौरान कुछ संयोग चर्चा का विषय बनें। मसलन पहली बार विधानसभा में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य और संजीव आर्य के रूप में पिता-पुत्र की जोड़ी नजर आई तो सौरभ बहुगुणा और ऋतु खंडूड़ी के तौर पर ममेरे भाई-बहन भी मौजूद रहे। बता दें कि पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी और विजय बहुगुणा ममेरे भाई हैं।

मैं राष्ट्रीय चैंपियन….महेश 
द्वारहाट के विधायक महेश सिंह नेगी जब शपथ लेने पहुंचे तो उन्होंने अपनी शपथ की शुरुआत मैं राष्ट्रीय चैंपियन महेश सिंह नेगी से की तो सदन में बैठे लोगों का ध्यान खिंच गया। इस दौरान कुछ सदस्यों ने चुटकी ली कि अब भाजपा में दो-दो चैंपियन हो गए हैं। उनका इशारा खानपुर के विधायक कुंवर प्रणव चैंपियन की ओर था।

चमोली ने सबसे पहले की  आंदोलनकारियों की याद
धर्मपुर के विधायक विनोद चमोली ने सदन की परंपरा को तोड़ते हुए सबसे पहले अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि विधानसभा में शहीद आंदोलनकारियों की चित्र नहीं हैं। इस दौरान उन्हीं की पार्टी के सदस्य सुरेन्द्र सिंह जीना ने कहा कि चित्र लगे हैं, तो चमोली ने जवाब दिया कि उन्हें कहीं दिखाई नहीं दिए। अपनी बात रखने के बाद उन्होंने शपथग्रहण की।

सदन में पुकारा गया हरीश रावत
विधानसभा में उस समय माहौल ठहाकों से गूंज गया जब प्रोटेम स्पीकर हरबंस कपूर ने धारचूला के विधायक हरीश धामी के स्थान पर हरीश रावत का नाम शपथ ग्रहण करने के लिए पुकारा। उन्होंने त्रुटि सुधारी और हरीश धामी का नाम पुकारा।

नौजवान सदस्यों में दिखाया शिष्टाचार
सदन में पहली बार आए नौजवान विधायकों का अंदाज बेहद शिष्ट दिखा। खासतौर पर कांग्रेस से भाजपा पहुंचे संजीव आर्य और सौरभ बहुगुणा, निर्दलीय विधायक राम सिंह केड़ा, भाजपा विधायक विनोद कंडारी ने शपथग्रहण के उपरांत ट्रैजरी बेंच और विपक्षी दीर्घा में बैठे वरिष्ठ सदस्यों के प्रति आदर भाव प्रकट किया। केदारनाथ की पारंपरिक डोगा पोशाक में पहुंचे नौजवान विधायक मनोज रावत भी आकर्षण का केंद्र बने थे।

सदस्यों में दिखी अनुभवहीनता
नए सदस्य होने के कारण कुछ सदस्यों को ज्ञात नहीं हुआ कि उन्हें किस ओर से प्रोटेम स्पीकर के आसन की ओर जाना है। ये गलती पिछली बार के विधायक आदेश चौहान से भी हुई। दांयी ओर से आसन की ओर जाते समय उन्हें बताया गया कि उन्हें बायीं ओर से जाना है।