मसूरी इंटरनेशनल स्कूल बना राज्य का पहला इंटरनेशल बैकलाॅरेट मान्यता प्राप्त संस्थान

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misमसूरी । भारत के प्रमुख गल्र्स बोर्डिंग स्कूलों में से एक एमआईएस इन्टरनेशनल बैकलाॅरेट से सम्बद्ध उत्तराखण्ड का पहला गल्र्स स्कूल बन गया है। एमआईएस को 11 और 12 कक्षाओं के लिए इसके डिप्लोमा प्रोग्राम्स के लिए इंटरनेशनल बैकलाॅरेट वल्र्ड स्कूल का दर्जा दिया गया है।

इंटरनेशनल बैकलाॅरेट विश्वस्तर पर मान्यता प्राप्त शिक्षा का एक माॅडल है जो विद्यार्थियों के लिए अन्तरराष्ट्रीय शिक्षा के मार्ग प्रशस्त करता है। आईबी डिप्लोमा के लिए इंटरनेशनल बैकलाॅरेट मान्यता के द्वारा एमआईएस अपने हायर सैकंडरी विद्यार्थियों को स्कूली शिक्षा पूरी करने के बाद नए अवसर प्रदान करेगा। इंटरनेशनल बैकलाॅरेट अन्तरराष्ट्रीय शिक्षा के चार प्रोग्राम पेश करता है जो तेज़ी से विकसित होती इस दुनिया के लिए विद्यार्थियों को बौद्धिक, व्यक्तिगत, भावनात्मक एवं सामाजिक कौशल प्रदान करते हैं।

इंटरनेशनल बैकलाॅरेट डिप्लोमा प्रोग्राम दो वर्षीय शैक्षणिक प्रोग्राम है जिसे विशेष रूप से 16-19 आयुवर्ग के विद्यार्थियों के लिए पेश किया गया है। प्रोग्राम विद्यार्थियों को विश्वविद्यालय स्तर पर आवश्यक अन्तरराष्ट्रीय स्तर की शिक्षा एवं कौशल प्रदान करता है। आईबी डिप्लोमा प्रोग्राम सुनिश्चित करता है कि विद्यार्थी उच्च शिक्षा एवं काम की दुनिया के लिए तैयार हों। प्रोग्राम दुनिया भर प्रख्यात के विश्वविद्यालयों में उच्च शिक्षा पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतू अन्तरराष्ट्रीय स्तर की क्वालिफिकेशन देता है।

इस मौके पर एमआईएस की प्रिंसिपल मिस प्रिया पीटर ने कहा कि ‘‘एमआईएस एक अनूठा संस्थान है जो 21 वीं सदी की आधुनिक शिक्षा के साथ भारतीय मूल्यों और ‘संस्कारों’ पर ध्यान केन्द्रित करता है। हम जानते थे कि मान्यता प्राप्त आईबी स्कूल बनने के लिए हमें एक लम्बी दूरी करनी है लेकिन हमें विश्वास था कि एमआईएस इस दूरी को आसानी से तय कर सकता है – और ऐसा ही हुआ। हमें खुशी है कि हम अपने विद्यार्थियों को विश्वस्तरीय अवसर उपलब्ध कराने जा रहें हैं और इस कदम के माध्यम से उन्हें एक बेहतर सांस्कृतिक परिवेश में प्रवेश करने में मदद करेंगे।’’