मोदी ने देवभूमि से दुनिया को दिया योग का सन्देश

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  • आधी रात से ही FRI पहुंचने लगे थे योग साधक 
  • उत्तराखंड कई दशकों से रहा है योग का मुख्य केंद्र : मोदी 
  • समाज में सद्भाव बढ़ाता और एक सूत्र में पिरोता है योग : पीएम 
  • मेजबानी उत्‍तराखंड को मिलना है गौरव की बात : त्रिवेन्द्र रावत 

देहरादून : अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अंतर्राष्ट्रीय हेरिटेज बिल्डिंग वन अनुसन्धान संस्थान(FRI) भवन के समक्ष 60  हजार साधकों के साथ योग किया। भारतीय वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआइ) परिसर में पीएम मोदी के साथ योग करने के लिए लोग आधी रात से ही पहुंचने लगे थे।

यहाँ आयोजित विशाल कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देवभूमि से दुनियाभर के योग प्रेमियों को योग दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड कई दशकों से योग का मुख्य केंद्र रहा है। यहां के पर्वत- वायु भी योग के लिए प्रेरित करते हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह भूमि हर किसी को आकर्षित करती है। 

मोदी ने कहा, मां गंगा की इस पवित्र भूमि पर जहां चार धाम स्थित हैं, जहां आदि शंकराचार्य के चरण पड़े, जिस भूमि ने स्वामी विवेकानंद को बार-बार आकर्षित किया, वहां योग दिवस के मौके पर हम सभी का यहाँ होना ये किसी सौभाग्य से कम नहीं है। ये हम सभी भारतियों के लिए गौरव की बात है कि आज जहां सूर्य की किरणें पहुंच रही हैं। वहां लोग सूर्य से योग का स्वागत कर रहे हैं। 

प्रधानमंत्री ने कहा  विश्व का हर नागरिक योग को अपना मानने लगा है। योग आज दुनिया की सबसे पावरफुल यूनिफाइंग फोर्सेस में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि जब तोड़ने वाली ताकतें बढ़ती हैं तो बिखराव आता है। ऐसे में योग शांति की अनुभूति कराता है। समाज में सद्भाव बढ़ाता और एक सूत्र में पिरोता है। बिखराव के बीच योग जोड़ने का काम करता है। 

उन्होंने कहा दुनिया में हर जगह सूर्य का स्वागत योग से हो रहा है। योग से परिवार, समाज, राष्ट्र में शांति का माहौल बनता है। योग व्यक्ति, समाज, राष्ट्र, विश्व और संपूर्ण मानवता को जोड़ता है। योग से विश्व बंधुत्व और ग्लोबल फ्रेंडशिप को नई ऊर्जा मिली है। हिमालय से लेकर रेगिस्तान तक आज योग जीवन को समृद्ध कर रहा है। देहरादून से लेकर डबलिन तक, शंघाई से लेकर शिकागो तक, जकार्ता से लेकर जोहानिसबर्ग तक, योग ही योग है।

प्रधानमंत्री ने कहा, अपनी महान विरासत पर हम गर्व करें तो दुनिया भी गर्व करेगी। योग का दुनिया के सबसे ज्यादा देशों ने समर्थन किया। योग ऐसा प्रस्ताव था, जिसे संयुक्त राष्ट्र में कम समय में मंजूरी मिली। निजी और समाजिक जीवन में योग का महत्व। दुनियाभर में योग की स्‍वीकार्यता बेहद तेजी से बढ़ रही है। योग आज दुनियाभर में जन आंदोलन बन चुका है। 

कार्यक्रम स्थल पर हरिद्वार सहित आसपास के जिलों से भी लोगों का पहुंचने का सिलसिला रात से ही शुरू हो गया था। सुबह करीब साढ़े छह बजे पीएम मोदी एफआरआइ परिसर पहुंचे। इस दौरान वहां उपस्थित योग करने आये लोगों ने तालियों से पीएम का अभिनंदन किया।

प्रदेश के मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अपने सम्बोधन में जहाँ प्रधानमन्त्री मोदी का उत्तराखंड को चतुर्थ अंतरराष्‍ट्रीय योग की मेजबानी का अवसर देने के लिए आभार व्यक्त किया वहीँ उन्होंने कहा इस आयोजन की मेजबानी उत्‍तराखंड को मिलना  गौरव की बात है। उन्होंने कहा आपका (मोदी) का इस देवधरा से विशेष लगाव है, इस लिए आप हमारी चिंता करते हैं।