- हमरी संस्कृति हमरी पछ्याण कार्यक्रम
- चैत माह की भिटोली से लेकर होली तक के विभिन्न तीज त्यौहार के बिखरे रंग
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
नैनीताल : कुमाऊंनी लोक संस्कृति, लोक कला, लोक पर्व एवं प्रचलित पारंपरिक व्यंजन के अद्भुत समन्वय के साथ रविवार को शैलेहाल सभागार में हमरी संस्कृति हमरी पछ्याण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें झोड़ा, छोलिया व रामलीला थी तो चैत माह की भिटोली से शुरुआत कर होली तक के विभिन्न तीज त्यौहार को परंपरा व नृत्य के साथ प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम के अंत में लोक के समेटे हुए डिजिटल वीडियोग्राफी भी आकर्षण रही।
लेक सिटी वेलफेयर क्लब के तत्वावधान में हुए इस कार्यक्रम में सभागार को आकर्षक कुमाऊंनी रंगीन झंडियों से सजाया गया था तो देहरी व अन्य स्थानों पर कुमाऊंनी ऐपण दिए गए थे। कार्यक्रम की शुरुआत में पारंपरिक रंग्वाली पिछोड़ा समेत अन्य परिधान व आभूषण पहने क्लब की महिलाओं ने अतिथियों को पिठिया अक्षत से तिलक किया तो गुड़ से मुह मीठा कराकर गोला भेंट किया।
मुख्य अतिथि एटीआई के निदेशक अवनेंद्र सिंह नयाल, विशिष्ठ अतिथि कूर्मांचल बैंक के चैयरमैन विनय साह, पूर्व विधायक सरिता आर्या ने दीप प्रज्ज्वलन कर कार्यक्रम की शुरुआत की। इसके बाद महिलाओं ने सगुनआखर के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। क्लब की अध्यक्ष विनीता पांडे ने कुमाऊंनी भाषा में अतिथियों का स्वागत सत्कार किया।
क्लब की महिलाओं ने प्रचलित गीत बेड़ु पाको बारो मासा गीत पर भी आकर्षक नृत्य कर कुमाऊंनी आभूषणों का प्रदर्शन किया। आम तौर पर चैत्र माह से कुमाऊंनी त्योहारों की शुरुआत हो जाती है। इसी क्रम में पहले नन्हे बच्चों ने फूल देई छम्मा देई के संबोधन के साथ देहरी पूजन किया। इसके बाद रितु रैण गीत व नृत्य प्रस्तुति के साथ भाई का बहन के यहां फिटौली देने जाने को दर्शाया गया। कुमाऊंनी रामलीला के तहत रामा मांटेसरी के बच्चों ने सूर्पनखा नासिका भेदन का दृश्य फिल्माया। इसके अलावा गन्ने की लक्ष्मी पूजन परंपरा, उतरायणी पर्व, बसंत पंचमी को दर्शाया गया। इसके बाद महिलाओं ने होली के पारंपरिक परिधानों में अबीर गुलाल उड़ाते हुए माहौल को होली के रंग में रंग दिया।