- बदरी-केदार के 16.71 लाख यात्री कर चुके हैं अब तक दर्शन
- गंगोत्री में 4,60,553श्रद्धालुओं ने गंगोत्री के किये दर्शन
- यमुनोत्री धाम में 3,79,730 यात्रियों ने किये दर्शन
राजेन्द्र जोशी
देहरादून : देवभूमि उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल में स्थित विश्व प्रसिद्ध चारधाम के कपाट शीतकाल के लिए बंद होने की तिथि विजयादशमी पर तय किये जाने की प्राचीन परंपरा रही है। देवभूमि के इन चारों धामों में श्रद्धालुओं की संख्या में इस बार रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है यह वृद्धि कपाट बंद होने तक कहां तक पहुँचती है यह अपने आप में एक नया मुकाम होगा। मंदिर समिति के मुख्य कार्यधिकारी बीडी सिंह के अनुसार जहां बीते वर्ष 13 लाख 91 हजार 699 श्रद्धालुओं ने बद्री -केदार के दर्शन किये थे वहीँ इस बार अब तक 16 लाख 71 हजार 363 से अधिक श्रद्धालुओं ने इन धामों की यात्रा कर पुण्य लाभ प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि अब तक नौ लाख 67 हजार 636 यात्री बदरीनाथ और सात लाख तीन हजार 727 यात्री केदारनाथ पहुंच चुके हैं। अभी कपाट बंद होने में काफी समय बचा है।आगामी शीतकाल के लिए केदारनाथ धाम के कपाट नौ नवंबर, बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नंवबर को, गंगोत्री धाम के कपाट 8 नवंबर और यमुनोत्री धाम के कपाट नौ नवंबर को बंद हो जायेंगे। लिहाजा यह संख्या और बढ़ेगी जो उत्तराखंड के लिए सुखद कही जा सकती है कि केदार आपदा के बाद देश -विदेश के श्रद्धालुओं ने यहां की यात्रा की।
- नौ नवंबर को होंगे बंद केदारनाथ धाम के कपाट
मध्य हिमालय की गोद में स्थित विश्व प्रसिद्ध बाबा केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए भैयादूज पर्व पर नौ नवंबर को सुबह साढ़े आठ बजे बंद कर दिए जाएंगे। इससे पूर्व केदारनाथ धाम में नौ नवंबर की सुबह चार बजे भगवान को भोग लगाने के साथ समाधि पूजा परम्परानुसार आयोजित होगी और ठीक साढ़े आठ बजे मुख्य कपाट बंद होने के बाद बाबा की उत्सव डोली अपने शीतकालीन प्रवास ओंकारेश्वर मंदिर के लिए प्रस्थान करेगी।
- 20 नवंबर को बंद बदरीनाथ धाम के कपाट
विश्व प्रसिद्ध बदरीनाथ धाम के कपाट 20 नवंबर को दोपहर बाद 3 बजकर 21 मिनट बंद होंगे। 16 नवंबर से कपाट बंद होनी की प्रक्रिया के तहत पंच पूजाएं शुरू हो जायेंगी । आज विजयादशमी पर्व पर शीतकाल के लिए बदरीनाथ के कपाट बंद किये जाने की तिथि घोषित की गई। मंदिर समिति के अनुसार बदरीनाथ मंदिर परिसर में 19 अक्टूबर को सुबह 11 बजे पंचांग गणना के पश्चात कपाटबंदी की तिथि तय की गई। बदरीनाथ के रावल ईश्वरी प्रसाद नमुदरी, धर्माधिकारी भुवन उनियाल के नेतृत्व में बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने की तिथि 20 नवंबर को दोपहर बाद 3 बजकर 21 मिनट घोषित की गई।
- आठ नवंबर को गंगोत्री के कपाट शुभ मुहूर्त पर होंगे बंद
विश्व प्रसिद्ध गंगोत्रीधाम के कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त तय हो गया है। गंगोत्री धाम के कपाट 8 नवंबर को दोपहर 12.30 मिनट पर बंद होंगे। कपाट बंद होने के बाद देश-विदेश के श्रद्धालु मां गंगा के दर्शन उनके शीतकालीन प्रवास मुखीमठ (मुखवा) में कर सकेंगे। इस वर्ष यात्रियों आंकड़ो की बात करें तो गंगोत्री में 4,60,553श्रद्धालुओं ने गंगोत्री के दर्शन किये।
गंगोत्री धाम के पुरोहित ने बताया की गंगोत्री धाम के कपाट 8 नवम्बर को अनुकूट पर्व की शुभबेला मुहूर्त में दोपहर 12.30 मिनिट पर बन्द होंगे। वहीं यमुनोत्री धाम के कपाट 9 नवम्बर को भैयादूज के दिन दोपहर 3.15 पर देश और दुनिया के श्रद्धालुओं के लिए बन्द होंगे।
- नौ नवंबर को बंद होंगे यमुनोत्री धाम के कपाट
यमुनोत्री मंदिर के कपाट नौ नंवबर को बंद होंगे। अभी कपाट बंद होने का शुभ मुहूर्त तय नहीं हुआ है। गंगोत्री धाम के कपाट बंद करने का शुभ मुहूर्त 17 अक्टूबर बुधवार को नवरात्र के शुभ अवसर पर तीर्थ पुरोहितों ने निकाला। जिसके बाद मंदिर समिति के पदाधिकारियों ने कपाट बंद करने की शुभ तिथि और शुभ समय की औपचारिक घोषणा भी की। इस वर्ष यमुनोत्री धाम में 3,79,730 यात्रियों ने दर्शन किये। अभी 21 दिन की यात्रा शेष है। जिससे यात्रियों की संख्या बढ़ने की उम्मीद की जा रही है।