RISHIKESH। एम्स ऋषिकेश में भर्ती स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद उर्फ प्रोफेसर जीडी अग्रवाल की हालत स्थिर है। उन्होंने उपचार से इनकार किया है। कहा कि गंगा की निर्मलता को लेकर कानून न बना तो वे प्राण त्याग देंगे।
शनिवार को मातृसदन के स्वामी शिवानंद भी उनसे मिलने पहुंचे। स्वामी ज्ञानस्वरूप सानंद बीते माह 22 जून से हरिद्वार में गंगा की अविरलता की मांग को लेकर अनशन पर बैठे। 10 जुलाई को उन्हें प्रशासन ने दून अस्पताल में भर्ती कराया। सानंद की हालत बिगडऩे पर उन्हें 11 जुलाई को एम्स में भर्ती कराया गया। वह नीबू पानी का ही सेवन कर रहे हैं।
स्वामी सानंद ने कहा कि गंगा की निर्मलता को लेकर एक्ट बनना जरूरी है। गंगा के नाम पर मोदी सरकार जनता को गुमराह कर रही है। चार साल के कार्यकाल में मोदी ने गंगा के नाम पर करोडों खर्च कर दिये। लेकिन धरातल पर कुछ नजर नहीं आ रहा है। शनिवार को मातृसदन के स्वामी शिवानंद महाराज भी उनकी कुशलक्षेम लेने एम्स पहुंचे।
स्वामी शिवानंद ने कहा कि स्वामी सानंद गंगा की निर्मलता को लेकर कई बार आंदोलन कर चुके हैं। लेकिन उन्हें हर बार आश्वासन देकर उठा दिया गया। लेकिन इस बार सानंद दृढ निश्चय के साथ अनशन पर बैठे हैं।
एम्स के चिकित्सा अधीक्षक ब्रह्मप्रकाश ने बताया कि उनकी हालत स्थिर है। उन्होंने उपचार लेने से मना किया है। लेकिन उनकी नियमित जांच की जा रही है। उनसे अन्न, जल ग्रहण करने का अनुरोध किया जा रहा है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है।