अफसरों को हैलीकॉप्टर नहीं दिया तो हुआ हैली सीज !

0
787
  • बेगारी नहीं की तो कंपनी को हेलीकाप्टर सीज़ कर दिखाई ताकत 

गुप्तकाशी : केदारनाथ के लिए चलायी जा रही हैलीकाप्टर सेवाओं में पिछले कई सालों से सुरक्षा मानकों में लापरवाही बरतने का मामला उठता रहा है लेकिन हैली कंपनियों की राजनीतिक और प्रशासनिक पहुँच के चलते इनकी शिकायतें यात्रियों की जान जोखिम में डालते हुए ठन्डे बस्ते में फेंक दी जाती रहीं।

इंडोकॉप्टर के हैलीकाप्टर कंपनी पर तब कार्रवाही हुई जब उसने केन्द्रीय गृहमंत्री के दौरे के दौरान जिला प्रशासन को हैलीकाप्टर की सेवाएँ देने से साफ़ मना कर दिया। फिर क्या था सोया हुआ प्रशासन जागा और उसने रद्दी की टोकरियों से उन शिकायतों को बाहर  निकाला जिनमें हैली सर्विस दे रही कंपनी पर लापरवाही के आरोप लगाये गए थे और कर दिया उसका हेलीकाप्टर सीज। 

हैलीकाप्टर सेवाओं को लेकर बुधवार को रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन में गज़ब की फुर्ती नज़र आई उसने मस्ता हेलीपैड से संचालित इंडोकॉप्टर कपंनी के  हैलीकॉप्टर को लेकर बीते कई समय शिकायतें को अचानक रद्दी की टोकरी से बाहर निकाला और कंपनी पर सुरक्षा मानकों में लापरवाही और मौसम खराब होने पर भी उड़ान भरकर यात्रियों के जिंदगी से खिलवाड़ करने सहित यात्रियों से अधिक किराया वसूलने और अनुमति से अधिक उड़ान भरने का भी आरोप है, जिसकी जांच की जा रही है। अब बताया जा रहा है कि केदारनाथ में कई बार इसे पुलिस ने भी इसकी शिकायत की, लेकिन हैलीकॉप्टर जबरन उड़ान भरता रहा वह भी तब जब जिला प्रशासन और राज्य के उड्डयन विभाग के पास उसके उड़ान भरने या ण भर सकने के पूरे अधिकार थे।

अब यह भी बताया जा रहा है कि कुछ दिन पहले केदारनाथ चौकी प्रभारी एसआई बिपिन चन्द्र पाठक ने हैलीकॉप्टर के संचालन को लेकर डीएम और एसपी को पत्र भी भेजा था । लेकिन आज बुधवार को रुद्रप्रयाग के डीएम मंगेश घिल्डियाल ने मस्ता हैलीपैड पर मौजूद हेलीकॉप्टर को सीज करने के निर्देश दिए। एसडीएम ऊखीमठ जीएस चौहान के साथ ही नायब तहसीलदार अबरार अहमद ने कंपनी के उस हैलीकॉप्टर को सीज कर दिया जिससे वह यात्रियों को केदारनाथ की यात्रा करवा रहा था ।

वहीँ मामले पर जिलाधिकारी डीएम मंगेश घिल्डियाल ने बताया कि हैलीकॉप्टर को लेकर पहले भी शिकायतें मिल रही है। उन्होंने बताया कि हेलीकॉप्टर ने खराब मौसम में भी उड़ान भरा है। यह यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ है। इसके अलावा यात्रियों से अधिक किराया वसूलने और अनुमति से अधिक उड़ान भरने का भी आरोप है, जिसकी जांच की जा रही है। लेकिन साफगोई में वे यह भी कह गए कि बीते दिनों केंद्रीय गृह मंत्री के भ्रमण को लेकर केदारनाथ जाने वाले अफसरों को हैलीकॉप्टर से कोई सहयोग नहीं दिया गया, जिस कारण केदारनाथ में व्यवस्थाएं बनाने में भी दिक्कतें आई। जिलाधिकारी ने बताया कि इस मामले की जांच के लिए डिप्टी कलक्टर देवानंद की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। मामला तब और संदेहास्पद हो जाता है जब जिला प्रशासन के अधिकारी कभी केंद्रीय गृह मंत्री के केदारनाथ दौरे की बात करता है तो कभी राष्ट्रपति के केदारनाथ दौरे की ।

यहाँ यह बात भी उल्लेखनीय है कि बीते तीन दिन पहले जब केन्द्रीय गृहमंत्री का केदारनाथ दौरा था उस समय जिला प्रशासन ने कहा था कि गृह मंत्री के केदारनाथ यात्रा को देखते हुए पूरे केदारनाथ क्षेत्र को ”नो  फ्लाइंग जोन” घोषित किया गया है।लेकिन  अब यह सवाल उठता है कि जब केदारनाथ क्षेत्र में किसी भी हैलीकाप्टर के उड़ान पर राजनाथ सिंह के दौरे के दौरान पावंदी थी तो यह हैलीकाप्टर वहां की उड़ान कैसे भर गया और क्या वह बिना जिला प्रशासन अथवा डीजीसीए की स्वीकृति के कैसे केदारनाथ आ-जा सकता था। सूत्रों ने बताया है कि  जिला प्रशासन ने अपनी खीज उतारने के लिए हैलीकाप्टर सीज़ किया है क्योंकि इसकी सञ्चालन  करने वाली कंपनी इंडोकॉप्टर ने जिला प्रशासन से बेगारी करने को मना कर दिया था।