मशरूम उत्पादन से पलायन रोकथाम की छेड़ी मुहिम

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रुद्रप्रयाग। पहाड़ी क्षेत्रों से रोजगार की तलाश में पलायन कर रहे युवाओं को रोकने के लिए जन्मेजय भट्ट पलायन रोकथाम मुहिम छेड़े हुए हैं। अपनी इस मुहिम के तहत वे युवाओं को स्वरोजगार की ओर अग्रसारित कर रहे हैं और मशरूम उत्पादन शिविर के माध्यम से लोगों को जागरूक करने का भी प्रयास कर रहे हैं। गांव से लेकर शहरी इलाकों में शिविर लगाकर मशरूम की जानकारी दे रहे हैं और ग्राहकों तक इस प्रोडक्ट को पहुंचा भी हैं। साथ ही मशरूम को रोजगार बनाकर युवाओं को आगे बढऩे की नसीहत दे रहे हैं।

दरअसल, पहाड़ी इलाकों में रोजगार की संभावनाएं कम हो चुकी है। खेती के जरिये किसानों को मुनाफा कम और नुकसान ज्यादा झेलना पड़ रहा है। खेतों में साग, बाजी पर जंगली जानवर हाथ साफ कर रहे हैं और किसान हताश व निराश होकर अपनी किस्मत को कोस रहे हैं। ऐसे में पलायन तेजी से हो रहा है। खासतौर पर युवा पलायन के लिए मजबूर हैं। मनपसंद का रोजगार उन्हें नहीं मिल पा रहा है, जिससे बाहरी शहरों में कम मेहनताना में भी वे रोजगार कर रहे हैं।

युवाओं के लिए मिशाल बन रहे जन्मेजय भट्ट मशरूम उत्पादन से पलायन रोकने की मुहिम छेड़े हुए हैं। उनकी माने तो स्वरोजगार की दिशा में मशरूम उत्पादन से बढि़या कोई और रोजगार नहीं हो सकता है। कम मेहनत में ज्यादा मुनाफा कमाया जा सकता है और जंगली जानवरों का डर भी नहीं रहता है। घर के भीतर ही मशरूम का उत्पादन किया जाता है। जन्मेजय भट्ट ने मशरूम की यूनिट ग्राम बंगथल पोखरी में लगाई हुई है और उनके साथ युवक व युवतियों की टीम है। जो ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी इलाकों में जाकर स्टॉल के माध्यम से मशरूम की जानकारी देने के साथ ही इसकी बिक्री भी कर रहे हैं। हर दिन बीस से पच्चीस किलो मशरूम बेचकर अच्छा मुनाफा कमाते हैं, जिससे उनके साथ काम कर रहे लोगों और काश्तकारों की आर्थिकी मजबूत हो रही है। मशरूम की कीमत बाजारों में काफी महंगी है। दो सौ रूपये किलो मशरूम को बेचा जाता है।

श्री भट्ट का कहना है कि पलायन रोकने के लिए मशरूम का उत्पादन सबसे अच्छा तरीका है। गांव के बेरोजगार युवाओं को मशरूम की खेती करने की सलाह दी जा रही है और उन्हें स्वरोजगार के लिए प्रेरित किया जा रहा है। बताया कि युवक व युवतियों को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, जिससे वे अन्य लोगों को भी मशरूम उत्पादन से होने वाले फायदों की जानकारी दे सकें। बताया कि उनकी टीम में निम्मी रावत, विकास कबसूड़ी, उपेन्द्र राणा, रोशनी चौहान, भावना, श्रेया नौटियाल सहित कई युवक व युवतियां शामिल हैं।

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