इंजीनियर की मौत की सुलझी गुत्थी, हत्या नहीं खुद की थी आत्महत्या !

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होटलकर्मियों के छिपाए साक्ष्य : पुलिस 

देहरादून। दून पुलिस ने सोमवार सुबह घंटाघर से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित कम्फर्ट लाज के सामने मिले बागेश्वर निवासी इंजीनियर यतिन की मौत की मिस्ट्री का खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार यतिन ने होटल के कमरे में अपनी कनपटी में गोली मारकर आत्महत्या की थी। वहीं पैसे के लालच में यतिन की रजिस्ट्रर में एन्ट्री न करने के कारण होटल का मैनेजर इस आत्महत्या के बारे में पता चलने पर इतना परेशान हो गया कि उसने दो अन्य होटल कर्मियों के साथ मिलकर यतिन के शव को सीढियों से नीचे ले जाकर सडक पर डाल दिया। तथा कमरे में बिस्तर व खून को साफ कर दिया।

बाद में बिस्तर को छत में छिपा दिया तथा कमरे में पडे तमन्चे व मृतक के समान को छत के ऊपर खाली पानी की टंकी में छिपा कर रख दिया। पुलिस ने तीनो होटल कर्मियों के खिलाफ साजिश रचकर साक्ष्य मिटाने के आरोप में धारा 120 बी व 201 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपियों की निशानदेही पर यतिन का लिखा सुसाइड नोट व अन्य कागजात, घटना में प्रयुक्त एक तमन्चा व एक खाली खोखा तथा एक अन्य तमन्चा व .315 बोर के तीन जिन्दा कारतूस और एक चाकू बरामद कर लिये हैं।

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार गत सोमवार सुबह हरपाल पुत्र दणियालाल निवासी ग्राम कुनलेन, चकराता द्वारा पुलिस को सूचना दी गई कि कम्फर्ट लौज के बाहर सडक किनारे एक लडके का शव पडा है जिसके आस पास काफी लोग खडे हैं। हरपाल ने शव की शिनाख्त यतीन वर्मा पुत्र बसन्त लाल वर्मा निवासी ग्राम तल्ला कत्यूर, बागेश्वर के रुप में की। हरपाल ने पुलिस को बताया कि गत 15 नवम्बर को मृतक उनके होटल दून व्यू में ठहरा था। सूचना पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची तो पाया कि मृतक के सिर में गोली लगी हुयी थी। तत्काल उच्च अधिकारी गणां को सूचना देने पर डीआईजी गढवाल पुष्पक ज्योति, कप्तान निवेदिता कुकरेती व एसपी सिटी प्रदीप राय मौके पर पहुंचे। मृतक की तलाशी लेने पर पैन्ट की बांयी जेब से एक कारतूस जिन्दा .315 बोर बरामद हुआ तथा मृतक की जेब से आधार कार्ड बरामद हुआ जिससे मृतक की शिनाख्त पुख्ता की गयी। मौके पर पंचायतनामा की कार्यवाही की गयी और बरामद कारतूस को सील सर्वे मोहर किया गया व शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया।

घटना की गम्भीरता को देखते हुये वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने पुलिस अधीक्षक नगर प्रदीप राय के पर्यवेक्षण में टीम गठित की गयी। पुलिस टीम द्वारा आस पास के सभी होटलों की सघन चैकिंग की गयी तथा आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज ली गयी तथा घटना स्थल से डाटा संकलित किया गया। सीसीटीवी फुटेज से प्राप्त जानकारी के अनुसार पाया कि मृतक यतीन वर्मा होटल दून व्यू में ठहरा था जिसके आधार पर जांच प्रारम्भ की गई। जांच में होटल दून व्यू के सहायक मैनेजर राजकुमार पुत्र रामनरेश निवासी ग्राम नजर अलीका पुरा, सुलतानपुर, शत्रुघ्न पुत्र लाल बहादुर निपासी हसुवा, सुरमन, जगदीशपुर, सुलतानपुर से सख्ती से पूछताछ की गयी तो दोनो द्वारा मांफी मांगते हुए बताया गया कि मृतक उनके होटल में गत 25 नवम्बर को लगभग 22.30 बजे आया था। लालच के चलते उन्होंने उसकी रजिस्ट्रर में एन्ट्री नहीं की।

अगले दिन 26 नवम्बर को जब वह लगभग 10 बजे पैसे मांगने के लिये गया। तो दरवाजा खटखटाने पर अन्दर से कोई आवाज नहीं आयी। तब दरवाजे में लगी पलाई को हटा कर देखा तो वह लहुलुहान पडा हुआ था। इस पर वह राजकुमार व शत्रुघ्न दोनो डर गये और पुलिस के डर से घटना के बारे में किसी को नहीं बताते हुए रात्रि में करीब 3 बजे राजकुमार, शत्रध्न ने एक अन्य अखिल के साथ मिलकर मृतक को कमरा न0 7 से उठाकर सीढियों से नीचे ले जाकर सडक पर डाल दिया गया तथा कमरा न0 7 में बिस्तर व खून को साफ कर दिया। बाद में बिस्तर को छत में छिपा दिया तथा कमरे में पडे तमन्चे व मृतक के समान को छत के ऊपर खाली पानी की टंकी में छिपा कर रख दिया।

उक्त घटना के अनावरण हेतु उच्च अधिकारी गणां व जनता द्वारा पुलिस टीम की भूरी-भूरी प्रशन्सा की गयी व टीम के उत्साह वर्धन हेतु 2500 रू0 के इनाम की घोषणा की गयी। मामले का अनावरण करने वाली पुलिस टीम में चन्द्र मोहन सिंह क्षेत्राधिकारी नगर, बी0बी0डी जुयाल प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर, उ0 नि0 अरविन्द कुमार, उ0 नि0 विकास रावत, उ0 नि0 जितेन्द्र कुमार, उ0 नि0 अनिल चौहान, उ0 नि0 उमेश कुमार, उ0 नि0 अमर जीत सिंह कोतवाली, उ0 नि0 प्रधुमन नेगी, उ0 नि0 प्रमोद कुमार, उ0 नि0 अनिरूद्ध कोटियाल, उ0 नि0 पंकज महिपाल, का0 मनोज कुमार, का0 लोकेन्द्र उनियाल, का0 बृजमोहन, का0 तेज सिंह, का0 रवि शामिल रहे।