यूपीएल के नाम पर सामने आये क्रिकेट घोटाले में दर्जनों क्रिकेटर हुए शिकार!

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  • उत्तराखंड प्रीमियर लीग के आयोजकों पर धोखाधड़ी का आरोप!
  • नौ से 25 मार्च तक यूपीएल क्रिकेट प्रतियोगिता का होगा आयोजन!

देहरादून : लगभग दो वर्ष पूर्व आईपीएल की तर्ज पर आयोजित की गई यूपीएल प्रतियोगिता में खेलने वाले खिलाड़ियों को आज तक पैसे नहीं दिए जाने को लेकर उत्तराखंड में क्रिकेट का सबसे बड़ा फ्रॉड सामने आया है, अनुमान है कि इसफ्रौड फ्रॉड के दर्जनों क्रिकेटर शिकार हुए हैं। प्रदेश सहित आस पास के राज्यों के कई युवा क्रिकेटरों ने उत्तराखंड प्रीमियर लीग के आयोजकों पर धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि करीब दो वर्ष पूर्व आईपीएल की तर्ज पर आयोजित की गई प्रतियोगिता में खेलने वाले खिलाड़ियों को आज तक पैसे नहीं दिए गए हैं।

सूबे से बाहर के ज्यादातर खिलाड़ियों ने आयोजकों पर आरोप लगाया है कि उन्हें खेलने के एवज में आज लगभग दो साल बाद तक भी कुछ भी पैसा नहीं मिला है। नाराज खिलाड़ी अब मामले की पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की तैयारी कर रहे हैं।

गौरतलब हो कि सूबे में वर्ष 2016 में यूपीएल का दूसरा संस्करण आयोजित किया गया था । प्रतियोगिता में आईपीएल की तर्ज पर टीमें बनाई गईं और फ्रेंचाइजी ने बोली लगाकर खिलाड़ियों को खरीदा भी गया। प्रतियोगिता में उत्तराखंड के साथ ही आस पास के अन्य राज्यों से भी युवा क्रिकेटर पहुंचे थे। खिलाडियों का आरोप है कि अब तक प्रतियोगिता समाप्त हुए डेढ़ साल से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन ज्यादातर खिलाड़ियों को एक पैसा नहीं मिला है। वहीँ जब कुछ समय पूर्व खिलाड़ियों ने आयोजकों पर दबाव बनाया और शिकायत दर्ज करने की बात कही तो तब कहीं जाकर स्थानीय स्तर पर विरोध कर रहे कुछ खिलाड़ियों को दस-दस हजार रुपये की धनराशि दी गयी।

जबकि इसमें भी देहरादून के अलावा अन्य स्थानों और राज्यों के खिलाड़ी छूट गए। अब एक बार फिर नौ से 25 मार्च तक प्रतियोगिता के आयोजन की बात कही जा रही है। जिसका सोशल मीडिया पर प्रचार-प्रसार भी शुरू हो गया है। जानकारी मिलते ही खिलाड़ी लामबंद होकर आयोजकों को सबक सिखाने की तैयारी कर रहे हैं। वहीँ 2016 में यूपीएल खेलने वाले खिलाड़ियों ने बताया कि कई बार कहने के बाद भी आयोजक उन्हें पैसा नहीं दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह आयोजकों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कराएंगे।

इधर यूपीएल खेल चुके कुछ क्रिकेटरों ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि जब उन्होंने पैसे के लिए आयोजकों से बात की तो उन्हें करियर खराब करने तक की धमकी दी गई। इतना ही नहीं उन्हें भविष्य में किसी भी टूर्नामेंट में नहीं खेलने देने की धमकी दी गई। उन्हें कहा गया कि पैसे तो मिल जाएंगे, लेकिन उसके बाद उत्तराखंड में कभी खेल नहीं पाओगे। मामले में आयोजक, यूपीएल अनिल डोभाल से संपर्क करने की कोशिश की गयी थी लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया।