- फर्जी नाम से आधार कार्ड और पासपोर्ट तक बनवाया
देवभूमि मीडिया ब्यूरो
देहरादून। दिल्ली सचिवालय में नौकरी दिलाने के नाम पर खुद को कृषि अधिकारी बताकर बेरोजगारों से खिलवाड़ करते हुए लाखों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। आरोपी ने परिवार से 25 लाख से ज़्यादा की ठगी को अंजाम देने के साथ ही बच्चों को नौकरी के लिए परीक्षा के नाम पर दिल्ली बुलाया और बहाना बना कर वापस भेज दिया। परिजनों ने दिल्ली में अपने संपर्कों से पता किया तो पूरे मामले का खुलासा हुआ। आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि अब पुलिस गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में है।
नगर कोतवाली एसएसआई अशोक राठौड़ ने बताया कि भीखाराम निवासी रीठा मंडी देहरादून ने लक्खीबाग चौकी में शिकायत दर्ज कराई। बताया कि कलावती न्यास धर्मशाला में उप प्रबंधक के पद पर नियुक्त है। भीखाराम की स्वयं को संजय नौटियाल बताने वाले व्यक्ति से जान पहचान हो गई जिसके बाद आरोपी ने उनको बताया कि भारत सरकार नई दिल्ली के सचिवालय में कुछ कनिष्ष्ठ लिपिक के पद रिक्त है। अगर वे लड़के मनीष कुमार को लगवाना चाहते हैं तो 3 लाख रुपये लगेंगे। जिसमे 50 हज़ार रुपये एडवांस में देने होंगे। आरोपी ने बताया कि वो विकास भवन कृषि कार्यलय रोशनाबाद हरिद्वार में उप कृषि अधिकारी के पद पर कार्यरत है। विश्वास कर लड़के के सभी डॉक्यूमेंट और 50 हज़ार दे दिए।
इसके बाद में बताया कि सचिवालय में और भी पद खाली है, आपके और कोई हो जानने या रिश्तेदार तो उनको भी नौकरी लगवा देगा। उस पर भरोसे करके अपने तीनो बच्चो और एक रिश्तेदार का प्राथना पत्र लेकर कनिष्क लिपिक पद के लिए प्रथनपत्र लिखवाकर दे दिया। 2 लाख रुपये और दे दिए। बच्चो को बीच बीच मे कई बार परीक्षा का बहाना बनाकर दिल्ली ले गया। कोई न कोई बहाना बनाकर परीक्षा न करवाकर दिल्ली घुमा फिरा कर बच्चो को बापस ले आता था।
अब तक इसने कुल 25 लाख रुपए भर्ती के नाम पर ले चुका है। डाक से फर्जी नियुक्ति पत्र भी भिजवाये गए।सचिवालय नई दिल्ली में नियुक्ति पत्रों के संबंध में जानकारी की गई तो मालूम हुआ कि इस प्रकार की कोई भी पद की भर्ती के लिए कोई नियुक्ति नही हुई है। इसको तलाश किया गया कुछ पता नही चला। अभियुक्त के बारे में पता चला कि रोशनाबाद में भी नौकरी नही करता था। जो घर का पता इसने दिया था वह भी फर्जी पता दिया था। में पता चला कि आरोपी का असली नाम शम्भूनाथ मिश्रा है, जो कि ग्राम शाहपुर थाना पथरी हरिद्वार में अपने परिवार के साथ रह रहा दबिश देकर इसको घर से गिरफ्तार किया।
पुलिस की पूछताछ में खुलासा किया कि आरोपी पूर्व में संविदा पर कृषि विभाग पौड़ी में नौकरी करता था। नौकरी हट जाने पर पंडिताई करने लगा। इसमे ज्यादा कमाई न होने पर इसने अपना नाम संजय नोटियाल पुत्र परमानंद नोटियाल निवासी जसपुर के नाम से आधार कार्ड बनवाया और उसके बाद पासपोर्ट भी इसी नाम से बनवा लिया।
विश्वास दिलाया कि वह रोशनाबाद में कृषि अधिकारी है, और दिल्ली सचिवालय में कनिष्क पद पर भर्ती करवाने का लालच देकर वादी और उसके रिश्तेदारों से कुल 25 लाख रुपये नौकरी के नाम पर धोकाधड़ी से हड़प लिए। फिर फरार हो गया। आरोपी ने पुलिस से बचने के लिए मोबाइल इलाहाबाद में सडक पर फेक दिए।अपने परिवार के साथ शाहपुर शीतला खेड़ा में रहने लगा। ये भी बताया कि इसने इसी प्रकार करीब 10 लोगो से उत्तरकाशी और पौड़ी में भी धोखाधड़ी से नौकरी लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की है।