कोटद्वार से खुला कॉर्बेट नेशनल पार्क का रास्ता

0
1758

कोटद्वार : रामनगर के बाद अब सैलानी विश्व प्रसिद्ध कॉर्बेट नेशनल पार्क  की सैर कोटद्वार से भी कर सकेंगे। इससे पूर्व  नैनीताल जिले के रामनगर से ही पार्क में प्रवेश का एकमात्र रास्ता था। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने नए प्रवेश द्वार का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोटद्वार में कॉर्बेट टाइगर सफारी गेट पर 30 पर्यटकों से भरी छह जिप्सियों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड ईको टूरिज्म विकास नगर यहां सफारी कराएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे और विकास को गति मिलेगी। उनका कहना कि यह अभी शुरुआत है और विस्तार की तमाम संभावनाएं मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा पौड़ी जिले में नए पर्यटन सर्किट को विकसित करने की योजना है। इसके लिए कोटद्वार क्षेत्र में रसियाबड़, चिड़ियापुर, कण्वाश्रम, सनेह, कॉर्बेट टाइगर रिजर्व, कोल्हूचौड़, ताड़केश्वर व लालढांग को जोड़ते हुए डेढ़ सौ करोड़ की लागत से इको टूरिज्म सर्किट के तौर पर विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कोटद्वार में ’’कोटद्वार इको टूरिज्म सर्किट विकास एवं सफारी वाहनों का संचालन योजना’’  राज्य सरकार द्वारा शुरू की गई इन योजनाओं से कोटद्वार के सामाजिक व आर्थिक विकास को नई दिशा मिलेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र ने कहा कि कोटद्वार को गढ़वाल का द्वार कहा जाता है, आज इन योजनाओं के शुरूआत होने से कोटद्वार को विकास का द्वार भी कहा जायेगा। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र ने कहा कि इन योजनाओं से स्थानीय युवाओं को स्वरोजगार के नये अवसर मिलेंगे। साथ ही पर्यटकों की संख्या भी बढेगी। मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र ने कहा कि देश-दुनिया में उत्तराखण्ड को देवभूमि के नाम से जाता है। उत्तराखण्ड की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि हमारे पास सकारात्मक और रचनात्मक मानव संसाधन उपलब्ध है। मुख्यमंत्री  त्रिवेंद्र ने कहा कि इको टूरिज्म को राज्य के विकास और आय से जोड़ा जायेगा। इस प्रकार की योजनाएं तैयार की जा रही है, जिससे स्थानीय युवाओं को अधिक से अधिक रोजगार मिल सके। साथ ही पर्यटन को भी बढ़ावा मिल सके।

उलेखनीय है कि विश्व प्रसिद्द शिकारी जिम कॉर्बेट के नाम पर देश के प्रथम जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क की स्थापना वर्ष 1936 में हेली नेशनल पार्क के रूप में हुई व 1957 में इसका नाम प्रख्यात प्रकृति प्रेमी जिम कॉर्बेट के नाम पर रखा गया। कुल 1318.54 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैले पार्क का 521 वर्ग किलोमीटर हिस्सा कोर जोन है। इसमें से 312.86 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र पौड़ी जिले में है और शेष नैनीताल में। वहीं बफर जोन में सोनानदी वन्य जीव विहार है। जहां तेंदुआ और बाघ के दीदार कर सैलानी रोमांचित होंगे।