बादल फटने से गढ़वाल और कुमायूं में आई आफत

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चौखुटिया में बादल फटाने से दो भवन व आठ मवेशी बहे

चौखुटिया (अल्मोड़ा) : मौसम विभाग ने उत्तराखंड में भले ही 28 मई से वर्षा की संभावना जताई हो, मगर पहाड़ में मौसम का मिजाज अभी से बिगड़ने लगा है। गुरुवार देर रात को अल्मोड़ा जिले के कुछ हिस्सों में भारी बारिश ने लोगों की परेशानी बढ़ा दी है। चौखुटिया के बिजरानी इलाके में बृहस्पतिवार को बादल फटने के बाद उफनाए नाले ने भारी तबाही मचा दी। कुमाऊं क्षेत्र में मौसम ने तीखे तेवर दिखाए। अल्मोड़ा जिले की चौखुटिया तहसील के दो गांवों बिजरानी व टटलगांव में बादल फटने से एक आवासीय भवन एवं एक ढाबे के साथ ही आठ मवेशी बह गए। बिजरानी में कई घरों में मलबा जा घुसा, जबकि गांव को जोडऩे वाला पैदल मार्ग बह गया। अल्मोड़ा के गरुड़ में ही उफनाए नाले के पार करते समय एक व्यक्ति के बहने की सूचना है।

वहीं, पिथौरागढ़, बागेश्वर व चंपावत में भी जोरदार बौछारें पड़ीं। यही नही, कैलास मानसरोवर यात्रा मार्ग पर नाबीढांग, लिपूपास के साथ ही उच्च हिमालयी क्षेत्रों में हिमपात हुआ। इधर, गढ़वाल में चमोली में हल्की फुहारें पड़ीं तो पौड़ी में कुछ स्थानों पर जोरदार बारिश हुई।

मौसम विभाग के मुताबिक अभी सूबे में आंशिक रूप से लेकर आमतौर पर बादल रहेंगे और कुछ स्थानों में हल्की से मध्यम वर्षा अथवा गरज के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।

बिजरानी व टटलगांव में दोपहर मौसम ने पलटी मारी और इसी के साथ घिरी काली घटाओं के बीच बीच बादल फटा। महज 10 मिनट में ही इससे तबाही मच गई। उफान पर आए बरसाती नाले का तेज बहाव ने बिजरानी निवासी मोहन सिंह के घर को अपनी गिरफ्त में ले लिया। घर में रह रहे पांच लोगों को किसी तरह बाहर निकाल लिया गया। तभी मकान बह गया और इसके साथ ही वहां बंधे तीन मवेशी भी बह गए। पास ही लीलाधर जोशी का ढाबा सामान सहित गधेरे बह गया।

टटलगांव के रिवाड़ी तोक नाले के उफान से कई घरों में मलबा घुसा, जबकि एक घर की चाहरदीवारी ढह गई। पिथौरागढ़ जिले के विभिन्न क्षेत्रों में घटाएं घिरीं और तेज हवा के साथ ही झमाझम बारिश हुई। अल्मोड़ा, बागेश्वर जिलों में कुछ स्थानों पर जोरदार बारिश हुई, जबकि कुछ जगह बूंदाबांदी।

क्षेत्र की ऊंची चोटियों राजरंभा, हंसलिंग, पंचाचूली, नंदाकोट, नंदा घुंघटी आदि में हिमपात का सिलसिला जारी रहा। इधर, गढ़वाल मंडल में चमोली व पौड़ी के साथ ही रुद्रप्रयाग व देहरादून में भी शाम के वक्त कहीं बूंदाबांदी तो कहीं हल्की फुहारें पड़ीं।

वहीं, मैदानी क्षेत्रों में सुबह से चटख धूप के चलते पारे ने फिर से उछाल भरी। वहां यह 38 से 41 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा। देहरादून में ही अधिकतम तापमान 38.1 डिग्री रहा, जबकि पंतनगर में 39.9 और हरिद्वार में 41 डिग्री सेल्सियस रहा। दोपहरी में उमस भी महसूस हुई।

उधर, चकराता में भी बादल फटने से भारी नुकसान हुआ। खड्ड से पेयजल लाइनों के साथ ही कई बीघा कृषि भूमि और तेज बहाव में पानी के दो टैंक बह गए। इससे 40 परिवारों के सामने पेयजल का संकट खड़ा हो गया हैं। कई खेतों में मलबा आने से करीब 30 गांव की आवाजाही ठप हो गई है। पीड़ित ग्रामीणों ने तहसील प्रशासन से मुआवजे की मांग की है।