चिकित्सा के क्षेत्र में मुख्यमंत्री के प्रयास अब आने लगे नज़र  

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  •  धर्मार्थ संस्थानों और गैर लाभकारी निजी संस्थाओं में निवेश से  दिख रहा उत्साह

राजेन्द्र जोशी

देहरादून : सीमांत जनपद चमोली सहित उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का अभाव है। समय पर इलाज नहीं मिलने के कारण हर साल सैकड़ों लोग दम तोड़ देते हैं। ऐसे में उम्मीद की जानी चाहिए कि आने वाले दिनों में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत द्वारा धर्मार्थ संस्थानों और गैर लाभकारी  निजी संस्थाओं को राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों में चिकित्सा के क्षेत्र में निवेश के किये प्रोत्साहित किये जाने से खुलने वाले अस्पताल पूरे उत्तराखंड की जनता और तीर्थ यात्रियों के लिए वरदान साबित होंगे।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत के प्रयासों से उत्तराखंड में धीरे-धीरे स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में धर्मार्थ संस्थानों के रूचि दिखाए जाने से यह लगने लगा है कि अब सूबे के पर्वतीय इलाकों की बेपटरी हो चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था जहाँ पटरी पर आने लगेगी वहीँ दूरस्थ इलाके के लोगों को सरकारी स्वास्थ्य सुविधाओं के भरोसे जान नहीं गंवानी पड़ेगी।

अभी साल ही महीने पौड़ी जिले के सतपुली में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हंस फाउंडेशन द्वारा बनाये गए लगभग 200 करोड़ से ज्यादा की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त हॉस्पिटल का लोकार्पण किया था। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत की प्राथमिकताओं में सूबे की बेपटरी हो चुकी सरकारी स्वास्थ्य व्यवस्था को पटरी पर लाने के वैसे तो प्रयास जारी हैं इसी कड़ी में राज्य में इस बार लगभग डेढ़ सौ से ज्यादा दांतों के डाक्टरों को नियुक्ति दे दी गयी है जिन्हें सरकार अपने खर्चे पर प्राथमिक स्वस्थ्य चिकित्सा की ट्रेनिंग अलग से देकर सूबे के सुदूरवर्ती चिकित्सालयों में तैनात करेगी ताकि इलाके ले लोगों को दन्त चिकित्सा के अतिरिक्त अन्य स्वास्थ्य सुविधा भी मिल सके और रोगियों को इतना प्राथमिक उपचार मिलेगा कि वे आस-पास स्थित किसी बड़े हॉस्पिटल तक बिना किसी जोखिम के पहुँच जायेंगे वहीँ सरकार की टेली मेडिसिन की योजना भी ऐसे अस्पतालों को देश के नामी गिरामी अस्पतालों से जोड़ने की है ताकि वहां के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाए समय पर टेली मेडिसिन के द्वारा मिल सके ।

सतपुली में हंस फाउंडेशन के अस्पताल के बाद अब चमोली जिले के पीपलकोटी में सेमलडाला खेल मैदान के पास स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसायटी की ओर से अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस एक बड़ा अस्पताल स्वामी विवेकानंद धर्मार्थ चिकित्सालय का 21 जनवरी को लोकार्पण किया जाने वाला है।

सतपुली के हंस फाउंडेशन के अस्पताल की तर्ज पर यहाँ भी सुपर स्पेशिस्ट डाक्टरों का मेडिकल कैंप लगाया जा रहा है , जिसमें दिल्ली, आगरा, नोएडा, देहरादून के बाल रोग, छाती रोग, पेट रोग, हड्डी एंव जोड़ रोग, दंत रोग विशेष समेत जनरल एंव लैप्रोस्पिक सर्जन, प्रसूति एंव महिला रोग, त्वचारोग, ईएनटी आदि विशेषज्ञ मौजूद रहेंगे। मेडिकल कैंप में निशुल्क दवाई वितरण और चिकित्सा परामर्श दिया जाएगा। अस्पताल अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। इसमें मरीजों को निशुल्क चिकित्सीय उपचार और दवाइयां वितरित की जाएंगी। अस्पताल में एक्सरे, पैथोलोजी, ईसीजी की सुविधा मिलेगी। साथ ही बहुत मामूली फीस पर माइनर और मेजर आपरेशन होंगे। उक्त अस्पताल पूरे सीमांत जनपद चमोली के लिए वरदान साबित होगा।

गौरतलब हो कि स्वामी विवेकानंद हेल्थ मिशन सोसायटी द्वारा चार धाम यात्रा मार्ग में बड़कोट, मनेरी उत्तरकाशी, नारायणकोटी गुप्तकाशी के बाद पीपलकोटी में चौथा अस्पताल खोला जा रहा है। सोसायटी का मुख्य अस्पताल पांवटा साहिब में है।