चार धाम यात्रा को लेकर केंद्र का राज्य को हरसंभव मदद का भरोसा!

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मुख्यमंत्री को मिला केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री का भरोसा 

देहरादून : उत्तराखंड की चार धाम यात्रा में हो रही अव्यवस्था तथा दुर्दशा को देख राज्य सरकार और  केंद्र सरकार हरकता में आ गई है। यात्रियों को हो रही असुविधा के मामले को लेकर बुधवार को सूबे के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने  केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नडडा से बातचीत की है। नडडा ने मुख्यमंत्री से कहा है कि वे हर हाल में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करें और केंद्र से उन्हें जो भी मदद चाहिए केंद्र उसके लिए तैयार है । चार धाम यात्रा में भारी अव्यवस्था व दुर्दशा देखने को मिल रही है।

यात्रा के लिए जरूरी बुनियादी सुविधाओं के अभाव में यात्रियों को घोर परेशानी का सामना करना पड रहा है। वहीँ एक अंग्रेजी दैनिक के अनुसार बीते 19 दिनों की चार धाम यात्रा में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। मरने वालों में अधिकांश की मौत हृदयघात के वजह से बताई जा रही है। 

नडडा से की स्वास्थ्य टीम भेजने की पेशकश
चार धाम यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से स्वास्थ्य टीम भेजने की पेशकश की है। सूत्र बताते हैं कि राज्य के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत के साथ हुई फोन पर बातचीत में नडडा ने यात्रियों की मौत का मामला उठाते हुए यात्रियों की स्वास्थ्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आधुनिक सुविधाओं से लैस मेडिकल टीम भेजने की पेशकश की है। नडडा ने मुख्यमंत्री से भी कहा है कि वे प्रदेश के स्वास्थ्य विभाग के जरिए भी यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुविधाओं का विशेष प्रबंध करें।

उन्होने प्रदेश सरकार को आश्वस्त किया है कि यात्रियों की सुविधा के लिए उनका विभाग हर संभव मदद को तैयार है। बताया जा रहा है कि केंद्र से मेडिकल की चार टीम जल्द ही रवाना होगी। यमुनोत्री, गंगोत्री, केदार और बद्री चारों धामों पर केंद्र अपनी एक—एक टीम भेजेगा।

आपदा के बाद से घटा है चार धाम यात्रियों की संख्या 
वर्ष 2013 में केदार नाथ में आई प्राकृतिक आपदा के बाद से चार धाम यात्रा में यात्रियों का जोश ठंडा पडा था। यात्रियों का उत्साह बढाने के लिए खुद पीएम मोदी ने कपाट खुलने के पहले दिन ही भगवान केदार के दर्शन किए थे। तो राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी ने 6 मई को कपाट खुलने के पहले दिन बद्री नाथ के दर्शन किए। ताकि लोगों में यात्रा को लेकर उत्साह बढे।

ऐसा नहीं कि प्रधानमंत्री व राष्ट्रपति की यात्राओं के बाद यात्रियों की संख्या में इज़ाफ़ा न हुआ हो इनकी यात्रा से चारों धामों को आने वाले यात्रियों की संख्या में पिछले साल के मुकाबले  बढ़ोत्तरी दर्ज की गयी है। 

पीएम मोदी और राष्ट्रपति के प्रयासों का असर होता भी दिख रहा है। चार धाम यात्रा में यात्रियों की भीड पिछले वर्षों की तूलना में रिकार्ड तोड रही है। मगर पर्वतीय मार्ग पर सुविधाओं के अभाव में उन्हें परेशानियों से दो—चार होना पड रहा है।

केंद्र को सता रही चिंता क्योंकि सूबे में भी है भाजपा सरकार 
अपनी सरकार गठन से पहले चारधाम यात्रा में होने वाली असुविधाओं को लेकर भाजपा सूबे की तत्कालीन हरीश रावत सरकार पर जमकर निशाना साधती रही है। मगर इस दफे पार्टी की अपनी सरकार है इसलिए केंद्र की भी चिंताए बढी हुई हैं। यात्रा में देश के कोने-कोने से लोग पहुंचते हैं यात्रा के दौरान आने वाली कठिनाईयों से उनके मन में राष्ट्रवादी सरकार की छवि ठीक नहीं जाएगी।

इसलिए केंद्र भी यात्रा पर नजर जमाए हुए है। स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव की खबर आते ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कदम उठाने में देर नहीं की। मुख्यमंत्री से बात कर फौरन मेडिकल टीम भेजने की पेशकश कर दी है