पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी के नेतृत्व में होगा सीमा दर्शन

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पथ प्रदर्शक और ट्रैकिंग गाइड को किया जायेगा सम्मानित 

देहरादून : भारत की सनातनी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के साथ देश की सुरक्षा सीमाओं पर नज़र और राष्ट्र समृद्धि और विकास के लिए पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी के नेतृत्व में देवताल भारत-तिब्बत सीमा पर माणा पास की पूजा व सीमा दर्शन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है।

इस दौरान राज्य के अति दुर्गम पर्वतीय इलाकों में साहसिक कार्य करने वाले पथ प्रदर्शन पथ प्रदर्शक ट्रैकिंग गाइड को सम्मानित करने हेतु एक बैठक भी आयोजित की गई बैठक में कार्यक्रम संयोजक भास्कर डिमरी व नरेंद्र अजय भट्ट सह संयोजक अभिषेक भंडारी संजीव रोशन ने बताया कि वर्ष 2015 में माणा पास देवताल सीमा दर्शन यात्रा का शुभारंभ किया गया था जो विगत वर्षो की भांति इस वर्ष भी एक सितंबर 2017 को बद्रीनाथ से देवताल जो तिब्बत और भारत बॉर्डर का अंतिम छोर है की तरफ जाने का कार्यक्रम होगा ताकि आवागमन से सीमा सुरक्षा के साथ ऐतिहासिक पौराणिक सनातनी संस्कृति का संरक्षण वह संवर्धन हो सके।

इस अवसर पर पूर्व मंत्री मोहन सिंह रावत गांववासी ने बताया कि इस कार्यक्रम के अतिरिक्त इस साल दो सितंबर को बद्रीनाथ में साहसिक कार्य करने वाले पथ प्रदर्शक और ट्रैकिंग गाइड को सीमांत व दुर्गम क्षेत्रों में कार्य करने के लिए सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ये वह लोग हैं जो हिमालय क्षेत्रों में लगातार भ्रमण कर देश विदेश के पर्यटक को हिमालय से रूबरू कराते रहे हैं लिहाजा हमारा भी दायित्व है कि हम इनके कार्यों का सम्मान करते हुए उनको सम्मानित करें और उनके अनुभवों को साझा करते हुए उनसे हिमालय क्षेत्रों की जानकारी लेते हुए और सीमांत क्षेत्रों में और क्या कुछ किया जा सकता है। ताकि वहां हमारी नज़र भी लगी रहे और देश की सुरक्षा में स्थानीय लोगों की भागीदारी भी हो पर विचार करें।

इस अवसर पर वरिष्ठ पत्रकार राजेन्द्र जोशी मनोहर मनोज इष्टवाल तेजराम सेमवाल सत्येंद्र बर्तवाल प्रवीण कुमार भट्ट रविंद्र सिंह चौहान आदि ने अपने विचार रखते हुए कार्यक्रम को और अधिक भव्य बनाने पर बल दिया।