राष्ट्रपति चुनाव: भाजपा की एकजुटता से बनी कांग्रेस पर प्रहार की रणनीति

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चुनावी रणनीति के तहत भाजपा ने बनाए  पांच-पांच विधायकों के 12 दल 

देहरादून : राष्ट्रपति चुनाव के लिए व्हिप जारी नहीं होने की संवैधानिक बाध्यता के चलते और क्रॉस वोटिंग की संभावना नहीं होने की उम्मीदों के बावजूद उत्तराखंड भारतीय जनता पार्टी ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर फूल प्रूफ रणनीति तैयार की है, इसके लिए भाजपा ने पांच-पांच विधायकों के 12 दल बनाए हैं। मतदान के दौरान हर समूह के अध्यक्ष की जिम्मेदारी मतदान के दौरान विधायकों की मदद करेगा, ताकि किसी स्तर पर चूक न रह जाए। पार्टी की रणनीति से यह साफ़ है कि राज्य में राष्ट्रपति चुनाव के लिए सोमवार (कल) होने वाले मतदान को लेकर भाजपा किसी भी तरह के रिस्क लेने को तैयार नहीं है।

गौरतलब हो कि 71 सदस्यीय विधानसभा में 57 भाजपा विधायकों सहित दो निर्दलीय विधायक प्रीतम सिंह पंवार और राम सिंह कैड़ा भी वर्तमान में भाजपा के साथ खड़े हैं। वहीं भाजपा के साथ मनोनीत एंग्लो-इंडियन विधायक भी हैं। इस तरह भाजपा के साथ 60 विधायक भाजपा के पाले में साफतौर से खड़े हैं।

उल्लेखनीय है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान सोमवार को विधानसभा में होगा। भाजपा विधानमंडल दल की शनिवार देर शाम मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की अध्यक्षता में उनके आवास पर हुई बैठक में राष्ट्रपति चुनाव में बेहतर स्थिति में होने के बावजूद पार्टी ने सावधानी के साथ रणनीति तैयार की है। यहाँ यह भी काबिलेगौर है कि देश के राष्ट्रपति के चुनाव के लिए व्हिप जारी नहीं होता। ऐसे में क्रॉस वोटिंग की संभावना भी रहती है।

भाजपा सूत्रों के अनुसार भाजपा की कोशिश है कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को सिर्फ जिताने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें राज्य से शत-प्रतिशत मत दिलाने की भी भाजपा की योजना है इस योजना के तहत पहाड़ों व मैदानी इलाके के सभी विधायकों को शनिवार सायं से ही राजधानी देहरादून में एकत्रित कर दिया गया है और उन्हें सख्त हिदायत भी दे दी गयी है कोई भी विधायक इस चुनाव में बहानेबाज़ी कर अनुपस्थित न रहे। वहीँ राष्ट्रपति चुनाव के दौरान भाजपा सूबे की जनता को जहाँ भाजपा में एकमत होने का सन्देश भी पार्टी देना चाहती है वहीँ कांग्रेस का मनोबल भी भाजपा इस चुनाव के बहाने तोड़ना चाहती है।

बैठक में पांच-पांच विधायकों के 12 दल गठित किए गए। इनमें हर दल का एक अध्यक्ष होगा। अध्यक्ष की जिम्मेदारी सदस्यों को साथ लेकर मतदान में किसी तरह की चूक नहीं होने देने की है। कुल साठ सदस्यों के इन दलों में उधर, विधायी एवं संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में चुनाव की रणनीति पर मंथन किया गया।

भाजपा इस चुनाव के जरिए अपनी एकजुटता का संदेश भी देना चाह रही है, ताकि कांग्रेस के खेमे में खलबली मचाई जा सके। भाजपा की तैयारी से कांग्रेस को भी अपना मोर्चा चाक-चौबंद करने को मजबूर होना पड़ सकता है। वहीं कांग्रेस ने भी राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विधानमंडल दल की बैठक रविवार को दून में बुलाई है। नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक में कांग्रेस राष्ट्रपति चुनाव को लेकर अपनी रणनीति तैयार करेगी। यही नहीं, बैठक में भाजपा की रणनीति को देखते हुए जवाबी रणनीति भी तैयार की जाएगी।