भाजपा विधायक ने अपनी ही सरकार पर फेंका लेटर बम !

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देवभूमि मीडिया ब्यूरो 

देहरादून : भाजपा प्रदेश कार्यालय में कृषि मंत्री सुबोध उनियाल के जनता दर्शन कार्यक्रम में ट्रांसपोर्टर प्रकाश पांडे (42) जहर खाकर मौत का मामला अभी थमा भी नहीं था कि परिजनों को 10 लाख रुपये के मुआवजे को लेकर भाजपा विधायक ने अपनी ही सरकार को एक पत्र लिखकर और उसको सार्वजनिक करके परेशानी में डाल दिया है। राजनीति के जानकारों के अनुसार यह सब सोची समझी रणनीति के तहत किया गया प्रतीत होता है कि आखिर विधायक द्वारा मुख्यमंत्री को लिखे पत्र को क्यों सार्वजनिक किया गया जबकि यह पत्र अभी मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचा भी नहीं है। 

राजनीतिक गलियारों में विधायक के पत्र के सार्वजनिक किये जाने के कई मायने लगाए जा रहे हैं। सत्ता के गलियारों से मिल रही जानकारियों के मुताबिक इस समय जहाँ कांग्रेस भाजपा पर हमलावर है ऐसे समय में विधायक को अपनी पार्टी और सरकार के साथ खड़ा होना चाहिए था लेकिन ऐसे समय पर उनके पत्र को पार्टी और सरकार को दबाव में लेने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है। चर्चा तो यहाँ यह भी चल रही है कि विधायक ने यह लेटर बम अपनी ही सरकार पर मंत्री बनने के लिए फेंका है।  जिसे पार्टी के कद्दावर नेता विधायक का आत्मघाती कदम बता रहे हैं।  

राजनीतिक गलियारों में चल रही खुसुर-पुसुर में यह भी सुनाई दे रहा है यदि विधायक को मुख्यमंत्री को पत्र ही भेजना था तो उन्हें इसे सीधे मुख्यमंत्री कार्यालय भेजना चाहिए था न कि इसे सोशल मीडिया में सार्वजनिक करके अपनी ही सरकार के खिलाफ बम के रूप में इस्तेमाल करना चाहिए था।   उनके इस पात्र के सार्वजनिक होने से  विपक्षी कांग्रेस को नया मुद्दा मिल गया है।

सोशल मीडिया में वायरल हुए पत्र में सत्तापक्ष के विधायक बंशीधर भगत ने गुरुवार को पत्र लिखकर कहा, ‘मुख्यमंत्री जी, मैंने तो आपसे वार्ता के बाद आपके भरोसे पर यह घोषणा करवाई थी।’ लेकिन भगत इस पत्र में संविदा की नौकरी के वादे को पूरी तरह छुपा गए।  बुधवार को नैनीताल के डीएम दीपेंद्र चौधरी ने घोषणा की थी कि पांडे के परिजनों को 10 लाख सरकार देगी और पांडे की विधवा को संविदा की नौकरी दी जाएगी। यही बात अकेले विधायक बंशीधर भगत कहते तो शायद परिजनों को पूरा यकीन नहीं होता।

विधायक ने पत्र में लिखा कि डीएम जिले में राज्य सरकार का प्रतिनिधि होता है, लिहाजा परिजनों ने भरोसा कर लिया। इन्हीं शर्तों पर पांडे का अंतिम संस्कार कराया जा सका। मुख्यमंत्री के दिए गए आश्वासन के उपरांत मेरे द्वारा स्व. पांडे के परिजनों को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की गई। तत्पश्चात परिजनों ने शव का दाह-संस्कार शांतिपूर्ण कर दिया गया। पत्र में आगे कहा गया है कि मेरा आपसे आग्रह है कि आप द्वारा दिए गए आश्वासन के अनुरूप दस लाख रुपये की धनराशि स्व. पांडे की पत्नी को प्रदान करने की कृपा करें।