रुद्रप्रयाग। तीन मई को भगवान केदारनाथ के कपाट खुलने जा रहे हैं और जिला प्रशासन की ओर से यात्रा की तैयारियां की जा रही हैं, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि जो दावे बैठकों में किये जाते हैं वे आखिर क्यों पूर नहीं किये जाते। आपदा को चार साल का समय होने को है और आज तक रुद्रप्रयाग से गौरीकुंंड राष्ट्रीय राजमार्ग की सूरत नहीं बदल पाई है। जगह-जगह राजमार्ग मौत को दावत दे रहा है और अधिकारी सिर्फ दावे करने तक सीमित रह गये हैं।
तीन मई से विश्व प्रसिद्ध भगवान केदारनाथ की यात्रा शुरु होने जा रही है। ऐसे में रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड राष्ट्रीय राजमार्ग आवागमन में अपनी अहम भूमिका रखता है। विभाग का दावा है कि बीस अप्रैल तक मार्ग को सुगम व दुर्घटनारहित बना दिया जायेगा, मगर राजमार्ग की मौजूदा स्थिति को देखकर तो यही लगता है कि राजमार्ग वाहनों के चलने लायक अभी नहीं है। इससे भी इत्तेफाक जरुर रखा जा सकता है कि विभाग के पास कोई जादू की छड़ी जरुर है की जो काम पूरे साल भर नहीं हो पाये वो इन दो महीनों में जरुर पूरे हो जायेंगे।
भगवान केदारनाथ की उत्सव डोली पंचकेदार गद्दी स्थल ऊखीमठ से तीस अप्रैल को केदारधाम के लिए प्रस्थान करेगी। ऐसे में माना जा सकता है कि केदारनाथ की यात्रा इसी दिन से शुरु हो जायेगी, मगर विडम्बना है कि अभी भी यात्रा मार्ग सुव्यवस्थित नहीं हो पाया है। जिलाधिकारी रंजना वर्मा ने भी एनएच को 20 अपै्रल तक का समय दिया है और विभाग ने भी इसे स्वीकार किया है, अब ऐसे में खस्ताहाल हाईवे को किस तरह सुगम बनाया जायेगा ये तो राजमार्ग विभाग ही बता सकता है, लेकिन मगर स्थानीय लोग अभी भी संशय में है कि कौन सी जादू की छड़ी विभाग घुमाने वाला है।
लोनिवि राष्ट्रीय राजमार्ग खण्ड के अधिशासी अभियंता प्रवीन कुमार का कहना है कि बीस अपै्रल तक सभी कार्य पूरे कर लिये जायेंगे और पूरा राजमार्ग ब्लैक टॉप हो जायेगा। उनका मानना है कि जल्दी ही स्लाइडों को हटा दिया जायेगा और जहां पर केवल ऑपरेटरों द्वारा मार्ग को छतिग्रस्त किया गया है वहां ब्लैक टॉप कर दिया जायेगा। साथ ही पुश्तों को भर कर मार्ग को संचालन के लिए खोल दिया जायेगा। इसके अलावा राजमार्ग के पांच डेन्जरजोन सिरोबगड, बांसबाड़ा, सेमी, खाट व रामपुर में 24 घण्टे मशीनरी के साथ ही कर्मचारियों को भी तैनात किया जायेगा, जिससे मार्ग में कोई दिक्कतें नहीं आयेंगीं।
बहरहाल, सरकारी दावे जो भी हो, मगर हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है। राजमार्ग अभी सुरक्षित संचालन के लिए नहीं दिख रहा है, लेकिन जिस तरह से राजमार्ग विभाग के दावे हैं कि बीस अपै्रल तक पूरा मार्ग ब्लैक टॉप हो जायेगा। उससे तो यही लग रहा है कि इस बार की यात्रा सुरक्षित व सुगम जरुर होगी।