कांग्रेस ने राज्यपाल के माध्यम से राष्ट्रपति को भेजा ज्ञापन
विधानसभा चुनाव में भाजपा ने किये पांच सौ करोड़ खर्चः वालिया
देहरादून । कांग्रेस ने 10 फरवरी को हरिद्वार में बिना अनुमति चुनावी रैली आयोजित करने पर आदर्श चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों के अन्तर्गत नरेन्द्र मोदी व रैली का आयोजन करने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग की है। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की ओर से कांग्रेस पदाधिकारियों के प्रतिनिधिमण्डल ने इस संबंध में राज्यपाल को राष्ट्रपति के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा।
कांग्रेस भवन में आयोजित पत्रकार वार्ता में पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने कहा है कि उत्तराखण्ड राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान 10 फरवरी को नरेन्द्र मोदी द्वारा भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में हरिद्वार के ऋषिकुल मैदान में एक चुनावी जनसभा को संबोधित किया गया। राज्य में विधानसभा चुनाव के दौरान आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू होने के साथ-साथ धारा 144 लागू होने के कारण किसी भी राजनैतिक पार्टी द्वारा या विधानसभा प्रत्याशियों द्वारा कार्यक्रमों के आयोजन हेतु सम्बन्धित अधिकारियों से विधिवत रूप से अनुमति मिलने के बाद ही कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है, लेकिन आश्चर्य की बात है कि श्री मोदी की जनसभा की जिला प्रशासन से कोई अनुमति प्राप्त न होने के बावजूद श्री मोदी की जनसभा आयेाजित की गई।
श्री उपाध्याय ने कहा है कि 11 फरवरी के समाचार पत्रों में यह मामला सुर्खियों में था कि नरेन्द्र मोदी की जनसभा की स्थानीय प्रशासन से विधिवत रूप से कोई अनुमति न होने के बावजूद जनसभा की गई। नरेन्द्र मोदी द्वारा बिना प्रशासनिक अनुमति के किसी जनसभा में सम्मिलित होना तथा जनसभा को संबोधित करना जहां एक ओर आदर्श चुनावी आचार संहिता का खुला उलंघन है वहीं दूसरी ओर यह राष्ट्र के वरिष्ठ नेता की सुरक्षा से जुडा मामला भी है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा 18 फरवरी को मुख्य निर्वाचन अधिकारी उत्तराखण्ड के माध्यम से मुख्य निर्वाचन आयुक्त को एक ज्ञापन के माध्यम से आग्रह किया गया था कि इस मामले में नरेन्द्र मोदी एवं भारतीय जनता पार्टी के मामले के लिए जिम्मेदार नेताओं पर आदर्श अचार संहिता के नियमों के अन्तर्गत मुकदमा दर्ज किया जाय। लेकिन लम्बा समय बीत जाने के बावजूद सम्बन्धित अधिकारियों द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं किया जाना गम्भीर चिन्ता का विषय है। आदर्श चुनाव आचार संहिता के प्रावधानों के अन्तर्गत नरेन्द्र मोदी व रैली का आयोजन करने वाले भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया जाना चाहिए। ज्ञापन सौंपने वालों में प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता मथुरादत्त जोशी, मुख्य कार्यक्रम समन्वयक राजेन्द्र शाह, प्रवक्ता गरिमा दसौनी, सचिव गिरीश नवीन पयाल, आईटी अध्यक्ष अमरजीत सिंह, सचिव हाजी शहीद हसन, नेमचन्द आदि शामिल रहे।
वहीँ दूसरी तरफ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार रामकुमार वालिया ने आरोप लगाया कि विधानसभा चुनाव में भाजपा ने जहां आचार संहिता का जमकर उल्लंघन किया वहीं उसने पांच सौ करोड़ रूपये इस चुनाव में खर्च कर डाले। यह धनराशि प्रदेश में कैसे आई, यह मामला जांच का विषय है, इस मामले में तत्काल जांच किये जाने की आवश्यकता है।
उत्तरांचल प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा कि आज भाजपा में निराशा का माहौल बना हुआ है। जब प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत सचिवालय में जाकर कामकाज निपटाते हैं तो भाजपा इस मामले में अनर्गल बयानबाजी करने लगती है। भाजपा को संविधान का कोई ज्ञान नहीं है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट बार-बार मुख्यमंत्री हरीश रावत के खिलाफ सचिवालय जाने और कामकाज में निपटाने पर सवाल उठाते हैं और वह इस मामले पर बचकाना बयान देकर स्वयं ही अपनी गरिमा गिराने का काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सचिवालय में मुख्यमंत्री का जाना और कामकाज निपटाना यह सब संविधान के अनुरूप है और जबकि निर्वाचन आयोग व मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने भी इस मामले में संविधान का हवाला दिया है कि मुख्यमंत्री एवं मंत्री कामकाज निपटा सकते हैं, लेकिन किसी भी प्रकार के कोई नीतिगत निर्णय नहीं ले सकते हैं। वह अधिकारियों को भी दिशा निर्देश दे सकते हैं, लेकिन भाजपा का इस मामले पर लगातार अनावश्यक रूप से हल्ला बोलना शोभा नहीं देता। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट को अनर्गल बयानबाजी पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि आज भाजपा में निराशा का माहौल है और जिससे परेशान होकर वह अनर्गल बयानबाजी करती आ रही है।
एक प्रश्न के उत्तर में वालिया ने कहा है कि प्रदेश में कांग्रेस पूर्ण बहुमत के साथ सत्तासीन होने जा रही है और हरीश रावत पिफर से प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगें। उनका कहना है कि विधानसभा चुनाव के समय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेन्द्र धवन ने कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी सूर्यकांत धस्माना को कैंट विधानसभा में अपना समर्थन दिये जाने के बाद से कैंट में कांग्रेस पूर्ण रूप से मजबूत हुई है और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने उन्हें पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा को देखते हुए प्रदेश सचिव नियुक्त किया है। इस अवसर पर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार पूर्ण बहुमत के साथ सत्तासीन होगी। पत्रकार वार्ता में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना, राजेन्द्र धवन, बिजेन्द्र सिंह बिष्ट, इंजीनियर कृपाल सिंह, अनिल बस्नेत आदि मौजूद रहे।