मतदान को लेकर उत्तराखंड में लोगों में दिखा खासा उत्साह
Live Election Report ..State avg around 68%
देहरादून : उत्तराखंड में बुधवार को उत्तराखंड में विस की 69 सीटों के लिए वोटिंग संपन्न हो गई। 70 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। देहरादून में 67 फीसदी मतदान हुआ। वहीं लोहाघाट में 57.54, रुड़की-झबरेड़ा में 76.25, ऊधमसिंहनगर में 70, चंपावत में 66.04, टिहरी में 55.63, उत्तरकाशी में 73, पौड़ी में 54 , चमोली में 61, बदरीनाथ में 62.63, रुद्रप्रयाग में 63, नैनीताल में 70, हरिद्वार में 70, अल्मोड़ा में 53, पिथौरागढ़ में 60, भीमताल में 62.36, सितारगंज में 83.1, काशीपुर में 68.5, घनसाली में 48.75, देवप्रयाग में 53.21, नरेंद्रनगर में 61.80, धनौल्टी में 64.30, प्रतापनगर में 51. 31 व थराली में 60 प्रतिशत मतदान हुआ।
सोमेश्वर के भेटा वडसिला गांव में शाम चार बजे तक चुनाव का रहा बहिष्कार मतदान 0%
रुद्रपुर में कांग्रेस और भाजपाइयों में मारपीट, पुलिस ने किया लाठी चार्ज
उत्तराखंड में मतदान को लेकर सुबह से ही लोगों में खासा उत्साह देखने को मिला। सुबह आठ बजे मतदान शुरू होते ही कई मतदान केंद्रों में लाइनें लगनी शुरु हो गई थी। उत्तराखंड में अपराह्न 3 बजे तक 53 प्रतिशत मतदान हो चुका था। हल्द्वानी में मतदान कर घर पहुंचे एक व्यक्ति की हार्ट अटैक से मौत हो गई।वहीँ 103 साल की विश्वपूर्णा ने टिहरी में मतदान किया । उम्र दराज होने के बावजूद भी मतदान के लिए इनका जज्बा देख अन्य लोग उत्साहित नज़र आये । कर्णप्रयाग सीट के लिए नौ मार्च को मतदान होगा। यहां बसपा प्रत्याशी की मौत के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था।
वहीँ सड़क की मांग को लेकर अल्मोड़ा जिले की सोमेश्वर विस सीट के भेटा वडसिला गांव के लोगों ने मतदान का बहिष्कार किया। शाम चार बजे तक एक भी वोट नहीं पड़ा। इस गांव में 398 मतदाता हैं।
3 बजे तक पौड़ी में 45, टिहरी 46, उत्तरकाशी 60, रुद्रप्रयाग 50, अल्मोड़ा 43, ऊधमसिंहनगर 60, नैनीताल 54, हरिद्वार 62,
पिथौरागढ़ 48, चमोली 47, बागेश्वर 50, चंपावत 51, दून 49 मतदान, चमोली में 49.60, बदरीनाथ 53.17, थराली 46.65, अल्मोड़ा में 57 बदरीनाथ में 53.17 प्रतिशत मतदान हो चुका था। देहरादूनघ् जिले में अपराह्न 3 बजे तक राजपुर रोड विस सीट पर 47, रायपुर 51, कैंट 44.8, धर्मपुर 46.82, सहसपुर 52.8, विकासनगर 57, डोईवाला 53, ऋषिकेश 54.5, मसूरी 46, चकराता 67 प्रतिशत मतदान हो चुका था।
हल्द्वानी में मतदान कर घर पहुंचे अधेड़ दीवान राम निवासी बेचपुर परगाई नदौर वैली की हार्ट अटैक से मौत हो गई। राज्य में 11 पोलिंग बूथों पर ईवीएम मशीनों में खराबी आई, जिसके चलते कुछ समय मतदान प्रभावित हुआ। दोपहर एक बजे तक 40 प्रतिशत वोटिंग दर्ज की गई। 1 बजे तक चमोली जिले में 38.62, बदरीनाख में 41.75, थराली में 35.49 और काशीपुर में 38, पौड़ी में 35, टिहरी में 36, उत्तरकाशी में 45, रुद्रप्रयाग में 36, अल्मोड़ा 33, ऊधमसिंह नगर 43, नैनीताल 42, हरिद्वार 47, पिथौरागढ़ 35, चमोली 36, बागेश्वर 38, चंपावत 41, दून 37 प्रतिशत मतदान हुआ।
पूर्वाह्न 11 बजे तक उत्तराखंड में 26 प्रतिशत मतदान हुआ। 11 बजे तक देहरादून में 23, हरिद्वार में 28, बागेश्वर में 11, टिहरी 22 और काशीपुर में 23, कपकोट में 22.68, बागेश्वर में 21.39, पौड़ी में 20, टिहरी जिले में 20.38, उत्तरकाशी 77, रुद्रप्रयाग 25, अल्मोड़ा 20, उधमसिंह नगर 27, नैनीताल 26, हरिद्वार 28, पिथौरागढ़ जिले में 21,श्रीनगर में 22, चमोली में 22, चंपावत में 24, चकराता में 32 प्रतिशत, धारचूला में 18, डीडीहाट में 12, गंगोलीहाट में 14 और पिथौरागढ़ क्षेत्र में 17, देवप्रयाग में 11 बजे तक 20.66 प्रतिशत वोटिंग, चंपावत में 14, लोहाघाट में 12, मंगलौर के हरिद्वार में आचार संहिता का उल्लंघन का आरोप लगा, पोलिंग बूथ की फोटो फेसबुक पर डाली गई। सहसपुर में आचार संहिता का उल्लंघन का मामला सामने आया। एक युवक द्वारा बेरोजगारी भत्ता कार्ड बांटे जा रहे थे। उत्तरकाशी के पुरोला में चार पोलिंग बूथों पर मतदान का बहिष्कार किया गया। इस क्षेत्र के लोग सड़क न बनने से नाराज थे। रुड़की ढाढ़ेकी गांव में दो ईवीएम मशीन खराब होने से करीब एक घंटे मतदान बाधित रहा।
राज्य निर्वाचन कार्यालय के अनुसार, कुल 69 विधानसभा सीटों (कर्णप्रयाग समेत) के लिए 39,33564 पुरुष और 35,78,995 महिलाओं समेत कुल 75,12,559 वोटर बुधवार के अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। इसके लिए राज्यभर में 10854 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। सबसे ज्यादा 1725 मतदेय स्थल देहरादून और सबसे कम 312 रुद्रप्रयाग जिले में बनाए गए हैं। चुनाव के लिए 10854 सीयू ईवीएम और 11240 बीयू ईवीएम लगाई गई है। कुल 4,106 सीयू ईवीएम और 4235 बीयू ईवीएम रिजर्व रखी गई है। प्रदेश में 34 राजनीतिक दलों के कुल 628 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इसमें छह राष्ट्रीय दल, चार क्षेत्रीय दल और 24 गैर मान्यता प्राप्त दल हैं। 258 निर्दलीय प्रत्याशी भी ताल ठोक रहे हैं।
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में आम जनता के साथ ही वीवीआईपी वोटरों ने भी अपने मत का प्रयोग किया। उत्तराखंड मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आईटीआई माजरा में मतदान किया। वहीँ पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक अपनी बेटी के साथ वोट डालने पहुंचे थे वहीँ डॉ. इंदिरा हृदयेश ने हल्द्वानी में अपना वोट डाला। वहीँ निर्वाचन अधिकारी राधा रतूड़ी ने परिवार संग देहरादून में किया मतदान।
वहीँ रुद्रपुर में कांग्रेस और भाजपा प्रत्याशियों के समर्थक आपस में भिड़ गए। इस पर पुलिस ने लाठियां फटकार कर उन्हें खदेड़ा। पुलिस की कार्रवाई के विरोध में कांग्रेसी धरने पर बैठ गए।
घटनाक्रम के मुताबिक भाजपा समर्थक पूर्व सभासद शीला कक्कड़ की पोती सौम्या अरोड़ा साथी महिलाओं के साथ जगतपुरा पोलिंग बूथ पर बैठी हुई थी। आरोप है कि तभी कांग्रेस प्रत्याशी तिलकराज बेहड़ के पुत्र भी वहां आ गए और उन्हें वहां से जाने के लिए कहने लगे।
इस दौरान दोनों पक्षों में विवाद होने लगा। आरोप है कि तिलकराज के बेटे ने सौम्या अरोड़ा को लात मारकर नीचे गिरा दिया। इससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई। घटना की सूचना पर भाजपा प्रत्याशी राजकुमार ठुकराल भी वहां पहुंच गए।
देखते ही देखते दोनों पार्टियों के समर्थक आपस में भिड़ गए। सूचना पर कांग्रेस प्रत्याशी तिलकराज बेहड़ भी वहां आ गए। दोनों प्रत्याशियों के समर्थकों में भिड़ंत को देख पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। आरोप है कि पुलिस ने कांग्रेस महानगर अध्यक्ष व कांग्रेस प्रत्याशी की बेटी को बेरहमी से पीटा। बेहड़ ने एएसपी मंजूनाथ टीसी, एसओ ट्रांजिट कैंप सुशिल कुमार के खिलाफ कार्यवाही की मांग की। उन्होंने घटना की शिकायत सीएम हरीश रावत से भी की है।
लालकुआं से मिली जानकारी के अनुसार दुल्हन शादी के बाद विदा होने से पहले मायके में वोट डाल गई, लेकिन लालकुआं में तो एक दूल्हा पूरी बरात लेकर सीधे पोलिंग बूथ पर पहुंच गया।
बुधवार को नगर के वन विभाग परिसर रहने वाला दूल्हा गौरव भारती लालकुआं विधानसभा के बूथ संख्या 42 में मतदान करने को पंहुचा। इस दौरान मतदान स्थल पर ही बराती बैंड बाजा की धुन पर नाचते रहे। दूल्हा गौरव भारती बूथ के अंदर मतदान कर रहा था। बाहर बराती बैंड बाजे की धुन पर नाच रहे थे।
इस दौरान दूल्हे ने मतदान करने के बाद खुशी जाहिर करते हुए कहा कि उसका सौभाग्य है कि शादी के दिन मतदान हो रहा है। मतदान करना हमारा मूलभूत अधिकार है इस लिए मतदान केंद्र पर पहुंचा हूं। बताया की बरात पास के ही राम मंदिर के पास जानी है।
मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा, प्रदेश में मोदी फैक्टर पूरी तरह से फेल
देहरादून । प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने आईटीआई निरंजनपुर में मतदान किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में मोदी फैक्टर पूरी तरह से फेल हो गया है, उनका कहना है कि प्रदेश में जिस प्रकार से केन्द्र की मोदी सरकार ने नोटबंदी की उसका व्यापक असर दिखाई दे रहा है और निश्चित रूप में प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनेगी।
वहीं भाजपा सांसद व पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमेश पोखरियाल निशंक ने हाथीबड़कला स्थित केन्द्रीय विद्यालय नंबर दो अपने पुत्रियों आरूषि व विदुषी के साथ पहंुचकर लाईन में लगकर मतदान किया। इस अवसर पर डा. निशंक ने कहा है कि प्रदेश में जिस प्रकार से मतदाता घरों से निकलकर अपने मतदान के लिए आ रहा है और उससे प्रतीत हो रहा है कि प्रदेश में भाजपा की सरकार बननी तय है और लोगों में मतदान के प्रति काफी उत्साह है यही उत्साह 2014 में भी था और आज उसका असर दिखाई दे रहा है, उनका कहना है कि जनता परिवर्तन ला रही है और कांग्रेस में आज कोई चेहरा ही नहीं रह गया है, सब कांग्रेस को छोड़कर चले गये और केवल अब हरीश रावत ही कांग्रेस का चेहरा बने हुए है।
उनका कहना है कि हरिद्वार ग्रामीण सीट पर भाजपा की स्थिति काफी मजबूत है और भाजपा का प्रत्याशी वहां से जीत रहा है। मनमुटाव के प्रश्न पर उनका कहना है कि भाजपा एक बड़ी पार्टी है और मनमुटाव होता रहता है और पूर्व में भाजपा के कार्यकाल में प्रदेश का विकास हुआ और राज्य को शिखर पर पहंुचाने का काम किया गया और जिस प्रकार से देश के प्रधनमंत्राी नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह उत्तराखंड की परवरिश करेंगें निश्चित रूप में प्रदेश में भाजपा की सरकार सत्तासीन होगी और उनके कार्यकाल के समय में विजन 2020 को प्रमुखता के साथ लागू किया जायेगा और प्रदेश को एक आदर्श राज्य बनाने का काम किया जायेगा।
वहीं भाजपा के कैंट प्रत्याशी हरबंस कपूर ने अपना मतदान किया और कहा कि प्रदेश की कांग्रेस सरकार का अब तक का कार्यकाल पूर्ण रूप से निराशाजनक रहा है और किसी भी प्रकार का विकास कांग्रेस के कार्यकाल में नहीं हुआ है। उनका कहना है कि कांग्रेस सरकार ने केवल जनता को भ्रमित करने का काम किया है। वहीं कैंट से कांग्रेस प्रत्याशी सूर्यकांत धस्माना ने अपनी पत्नी के साथ मंगला देवी इंटर कालेज में पहंुचकर अपने मत का प्रयोग किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस के विकास कार्य से एक बार पिफर से प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बन रही है और कांग्रेस बहुमत के साथ जीतकर राज्य में सरकार बनायेगी। उनका कहना है कि भाजपा ने केवल मोदी के नाम पर चुनाव लडा है।
उन्होंने कहा कि उनकी जीत निश्चित है और प्रदेश में कांग्रेस की स्थिति बेहतर है। मेयर विनोद चमोली, विधायक गणेश जोशी, राजकुमार, रजनी रावत, दिनेश अग्रवाल, प्रभुलाल बहुगुणा, खजानदास, अनूप नौटियाल, महेन्द्र सिंह नेगी, निर्मला बिष्ट, कमला पंत, नवीन बिष्ट, अजय सोनकर, त्रिवेन्द्र सिंह रावत, हीरा सिंह बिष्ट, नवप्रभात, मुन्ना सिंह चैहान, रघुनाथ सिंह नेगी, कुंवर जपेन्द्र सिंह, लालचन्द शर्मा, अमित कपूर, डा. कुसुम रानी नैथानी, प्रकाश नेगी सहित अनेकों मतदाताओं ने अपना मतदान किया।
बूथ बदलने के कारण कई मतदाता नहीं दे पाये वोट
देहरादून । राजधानी में कई मतदाता बूथ बदलने के कारण व सही जानकारी न होने के चलते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग करने से वंचित रह गये। वहीं गांधी इंटर कालेज में एक दिव्यांग के पास वोटर आईकार्ड नहीं था लेकिन दूसरा पहचान पत्र था उन्हें मतदान नहीं करने दिया और वहां पर भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया तो बाद में मतदान करने की अनुमति दी गई।
आज यहां कई बूथों पर मतदाताओं को अनेकों परेशानियों का सामना करना पडा और कई को मतदान केन्द्र बदले होने के कारण उन्हें इध्र उधर भटकना पड़ा। मतदाताओं को इसकी जानकारी न होने के कारण कई ने वहां पर हंगामा किया और कुछ तो वोट डालने गये लेकिन कई लोग अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पाये । इस दौरान लोगों का कहना है कि इसके बाद में किसी भी प्रकार का कोई प्रचार प्रसार नहीं किया गया, लोगों ने कहा कि वह से यहां पर निवास करती आ रही है और पूर्व में बूथ पर मताधिकार का प्रयोग किया गया और पिछले चुनाव में भी उन्हें इसी प्रकार का खामियाजा भुगतना पड़ा। उनका कहना है कि उनका वोटर कार्ड तो बना लेकिन मतदाता सूची में उनका नाम अंकित नहीं किया गया है और वह फिर से अपने मताधिकार से वंचित रह गई है।
उनका कहना है कि नये वोटर कार्ड बनाये जाने की प्रव्रिफया के अंतर्गत कोई भी बीएलओ उनके पास तक नहीं आया और वह मतदान करने से वंचित रह गये है। उन्होंने इसका सारा दोष निर्वाचन विभाग पर लगाया और कहा कि इस कार्य में लापरवाही की गई है, ओंकार रोड चुक्खूवाला का भी पूर्व की भांति था लेकिन उसे गुरूनानक पब्लिक इंटर कालेज चुक्खूवाला में स्थानांतरित कर दिया गया और लोगों को काफी परेशानी झेलनी पडी और इस बूथ के लोगों ने बडी मुश्किल से वोट डाल सके। वहीं कई बूथों पर वोटर लिस्ट में लोगों के नाम न होने पर वहां पर उन्होंने हंगामा किया, यहां तक की वहां पर वोटर आईडी नंबर पर भर किसी ओर का नाम दर्ज होने की शिकायत की, और कहा कि इससे वोटरों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है और एसी परिस्थिति में ज्यादा मतदान कैसे होगा, इस पर सोचने की आवश्यकता है। बाद में हंगामे की सूचना पर पुलिस बूथ पर पहुंची और उन्होंने वहां से लोगों को बाहर कर दिया। वहीं कई मतदाताओं में जोश और उत्साह हिलोरें मार रहा था, लेकिन पोलिंग बूथ पर जाते ही यह गायब भी हो गया। जब नाम ढूंढा तो मतदाता सूची में नाम नहीं था। ऐसे में मायूसी का छाना लाजिमी था और गुस्सा आना स्वाभाविक था। सो यह लोग मतदान किए बिना ही वापस लौट गए और इसे निर्वाचन अध्किारियों का दोष बताया। उनका कहना है कि पूर्व में उनके द्वारा मतदान किया गया और अब वह मतदान करने से वंचित हो गये ।