प्रदेश के 40 महाभ्रष्ट अधिकारी हैं आयकर विभाग की रडार पर !

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देवभूमि मीडिया ब्यूरो 
देहरादून : उत्तरप्रदेश निर्माण निगम के महाप्रबंधक व ठेकेदार का सूबे के एक तत्कालीन आला अधिकारी के रिश्तों की परत प्याज के छिलकों की तरह उतारने में जहाँ इनकों टैक्स के अधिकारियों को कामयाबी मिलने के करीब है, वहीँ बीते 17 सालों से सूबे में मलाईदार पदों पर मलाई खा रहे 40 भ्रष्ट नौकरशाहों की कुंडली भी आयकर विभाग के पास पहुँच गयी है,ऐसा सूत्रों का दावा है। सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग ने सूबे के ऐसे महाभ्रष्ट आईएएस व आईपीएस सहित पीसीएस अधिकारियों की जानकारी हासिल का ली है कि किस अधिकारी ने कहाँ-कहाँ निवेश किया हुआ है और कहाँ काला धन छिपाकर रखा हुआ है, और उनके पास कितनी अकूत सम्पति है।

उत्तरप्रदेश राजकीय निर्माण निगम के महाप्रबंधक शर्मा, सहित ठेकेदार अमित शर्मा और रुद्रपुर के भूमि अध्याप्ति अधिकारी डीपी सिंह पर आयकर विभाग के छापे के बाद से ही सूबे के अधिकारियों में हडकंप मचा हुआ है। वहीं उत्तरप्रदेश के वाणिज्यकर अधिकारी सहित परिवहन विभाग के अधिकारियों के यहाँ आयकर विभाग की छापेमारी के दौरान 10 करोड़ से ज्यादा की नकदी व कई किलोगाम में मिले सोने के जेवरातों के बाद उत्तराखंड के भ्रष्ट अधिकारियों को भी छापे का डर सताने लगा है, एक जानकारी के अनुसार छापे के डर से ऐसे अधिकारियों ने अभी से काली कमाई को अपने रिश्तेदारों या दोस्तों के यहाँ रखने का भी बंदोवस्त करना शुरू कर दिया है। लेकिन बैंक के दस्तावेजों का तोड़ वे अभी तक नहीं खोज पाए है जो आयकर अधिकारियों के पास पहले ही पहुँच गए हैं।

सूत्रों के अनुसार आयकर विभाग के पास ऐसे अधिकारियों के 31 मार्च तक के वे सभी दस्तावेज मौजूद हैं जिनमे इनके काले धन के रिकॉर्ड दर्ज हैं। इसी रिपोर्ट के आधार पर आयकर विभाग ने भ्रष्ट अधिकारियों ने कहाँ – कहाँ निवेश किया है या काला धन छिपाकर रखा है की पड़ताल शुरू कर दी है, ताकि छापे से पहले ऐसे अधिकारियों के पुख्ता सबूत उनके पास सुरक्षित हों। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि अब आयकर विभाग जल्द ही ऐसे अधिकारियों के ठिकानों पर कभी भी छापेमारी कर सकती है। आयकर विभाग से सूत्रों के मुताबिक ऐसे अधिकारियों ने नोटबंदी से पहले ही काफी अकूत संपत्ति एकत्रित कर ली थी और कई जगह इनका निवेश भी किया हुआ है, इनमे कई अधिकारियों ने बड़े-बड़े बिल्डरों के पास भी ऐसी कमाई का पैसा निवेशकिया हुआ है।