Prostitution के उत्तराखंड में 139 मुकदमें दर्ज ,केवल 19 अभियुक्तों को हुई सजा

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  • 60 अभियुक्तों को न्यायालयों ने किया रिहा तो तीन  मामलों में पुलिस ने लगायी फाइनल रिपोर्ट

देहरादून : उत्तराखंड गठन से सिम्बर 2017 तक 17 सालों में उत्तराखंड राज्य में अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम के अन्तर्गत वैश्यावृत्ति के कुल 139 मुकदमें दर्ज हुये है जबकि इस अवधि में केवल 19 अभियुक्तों को सजा हुई है जबकि 60 अभियुक्तों को न्यायालयों द्वारा रिहा कर दिया गया है। 3 मामलों में पुलिस द्वारा फाइनल रिपोर्ट भी लगाई गयी है। यह खुलासा पुलिस मुख्यालय द्वारा सूचना अधिकार के अन्तर्गत सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) को उपलब्ध करायी गयी सूचना से हुआ है।

काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीम उद्दीन (एडवोकेट) ने पुलिस मुख्यालय उत्तराखंड के लोक सूचना अधिकारी से उत्तराखंड गठन से लेकर सूचना देने की तिथि तक वैश्यावृत्ति सम्बन्धी कानून अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम के अन्तर्गत दर्ज मुकदमों तथा इस में सजा व रिहाई सम्बन्धी सूचना  मांगी है। इसके उत्तर में पुलिस मुख्यालय के लोक सूचना अधिकारी/सहायक पुलिस महानिरीक्षक (प्रशिक्षण) एन.एस.नपलच्याल द्वारा मुकदमों की वर्ष वार तथा जिलावार सूचना अपने पत्रांक 377 दिनांक 26 सितम्बर 2017 से उपलब्ध करायी है।

श्री नदीम को उपलब्ध करायी गयी सूचना के अनुसार उत्तराखंड में वैश्यावृत्ति सम्बन्धी कानून अनैतिक व्यापार (निवारण) अधिनियम के अन्तर्गत कुल 139 मुकदमें दर्ज हुये है जिसमें सर्वाधिक 22-22 मुकदमें वर्ष 2014 व 2015 में दर्ज हुये है। जबकि वर्ष 2001 तथा 2005 में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। दूसरे स्थान पर 21 मुकदमें वर्ष 2013 में दर्ज हुये है। इसके अतिरिक्त 2016 में 15 तथा 2012 व 2017 में (सूचना देने तक) 11-11 मुकदमें दर्ज हुये है। वर्ष 2010 में 9, वर्ष 2009 में 7, वर्ष 2007, 2008 तथा 2011 में 5-5 तथा वर्ष 2003 व 2004 में 2-2 तथा वर्ष 2002 तथा 2006 में 1-1 मुकदमा दर्ज हुआ है।

श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार कुल 139 मुकदमां में सर्वाधिक 55 मकदमें देहरादून जिले में, दूसरे स्थान पर 27-27 मुकदमें उधमसिंह नगर तथा नैनीताल जिलों में, तीसरे स्थान पर 17 मुकदमें हरिद्वार जिले में दर्ज हुये है। उत्तरकाशी, रूद्रप्रयाग, चमोली जिले में कोई भी मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। टिहरी अल्मोड़ा तथा बागेश्वर जिले में 1-1 मुकदमा दर्ज हुआ है जबकि चम्पावत में 2 तथा पौड़ी जिले में 3 तथा पिथौरागढ़ जिले में 5 मुकदमें दर्ज हुये है।

श्री नदीम को उपलब्ध सूचना के अनुसार वैश्यावृत्ति सम्बन्धी मामलों में उत्तराखंड गठन से सितम्बर 2017 तक कुल 19 अभियुक्तों को सजा हुई है जिसमें सर्वाधिक 7 अभियुक्तों को नैनीताल जिले में तथा 6 अभियुक्तों को पौड़ी जिले में  तथा 3-3 अभियुक्तों को देहरादून तथा हरिद्वार जिले में दर्ज वैश्यावृत्ति सम्बन्धी मुकदमों में सजा हुई है।  पुलिस द्वारा दर्ज मुकदमों में से तीन मुकदमों में फाइनल रिपोर्ट लगायी गयी है जिसमें 1-1 मुकदमा देहरादून, उधमसिंह नगर तथा नैनीताल जिले का शामिल है।

वैश्यावृत्ति सम्बन्धी मुकदमों में अभी तक 60 अभियुक्तों को न्यायालयों द्वारा रिहा किया जा चुका है। जिसमें सर्वाधिक 25 अभियुक्त नैनीताल के, 9 अभियुक्त उधमसिंह नगर जिले के 6-6 अभियुक्त टिहरी व चम्पावत, 5 अभियुक्त पिथौरागढ़, 4 अभियुक्त बागेश्वर, 2-2 अभियक्त पौड़ी तथा अल्मोड़ा तथा 1 अभियुक्त देहरादून जिले के दर्ज मुकदमों का है।